गया : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि जब मुङो सत्ता सौंपी गयी, तो मुझसे कहा गया कि बस डेढ़ साल का समय बाकी है. लेकिन, मैं तो इस डेढ़ वर्ष को मात्र छह माह ही गिन कर चल रहा हूं.
छह माह में ही मैं विकास की धारा बहा दूंगा. विकास के लिए वर्षो से मेरे अंदर आकांक्षाएं हिलोरें मार रही थीं. विकास कार्यो को मूर्त रूप देने के लिए तेजी से काम चल रहा है.
जल्द ही परिणाम भी दिखने लगेंगे. वह शुक्रवार को यहां रेनेसां परिसर में श्याम भंडारी बुद्धिजीवी मंच द्वारा आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे. सेमिनार का विषय था ‘फल्गु की दशा व दिशा’. अपने आपको खेतिहर का बेटा बताते हुए श्री मांझी ने कहा कि अपने लंबे राजनीतिक जीवन में मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि एक दिन मुङो सूबे की सत्ता संभालने का मौका मिलेगा.
लेकिन, वह दिन भी आया, जब मुङो सत्ता सौंपी गयी. आप सभी हमें आशीर्वाद दीजिए कि यहां की विकास योजनाओं को जमीन पर उतारने में मुङो सफलता मिले. सीएम ने मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच सोन नदी से जुड़ी बाणसागर परियोजना को लेकर हुए समझौते पर आपत्ति जतायी. कहा, इस समझौते के तहत बिहार को काफी कम पानी मिलता है. अधिक पानी मध्यप्रदेश रोक लेता है. श्री मांझी ने इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की नदियों को जोड़ने की परियोजना को सही बताते हुए कहा कि इस पर उत्तर बिहार में तो कुछ काम हुआ है, पर दक्षिण बिहार में नहीं.
अच्छा हुआ, जो लोकसभा चुनाव हार गये
मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे समय से राजनीति में हूं. हाल के लोकसभा चुनाव में भी मैदान में उतरा था. लेकिन, चुनाव हार गया. वह भी ठीक ही हुआ. चुनाव हारना मेरे लिए शुभ साबित हुआ. कुछ दिन बाद ही मुख्यमंत्री बन गया.