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टैंकर से पानी सप्लाई में कम पड़ रहे ट्रैक्टर, प्यासे रह जा रहे लोग

गया : शहर में भूगर्भीय जलस्तर (वाटर लेयर) 20 फुट नीचे चला गया है. लगभग सभी जलापूर्ति केंद्रों से पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं निकल रहा है. इसके कारण नगर निगम क्षेत्र में करीब 60 जगहों पर टैंकर से वाटर सप्लाइ देने की मांग हो रही है. टैंकर मौजूद रहने के बाद भी ट्रैक्टर के […]

गया : शहर में भूगर्भीय जलस्तर (वाटर लेयर) 20 फुट नीचे चला गया है. लगभग सभी जलापूर्ति केंद्रों से पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं निकल रहा है. इसके कारण नगर निगम क्षेत्र में करीब 60 जगहों पर टैंकर से वाटर सप्लाइ देने की मांग हो रही है. टैंकर मौजूद रहने के बाद भी ट्रैक्टर के इंजन नहीं रहने के कारण सभी जगहों पर वाटर सप्लाइ देना संभव नहीं हो पा रहा है.
उक्त बातें गुरुवार को स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में जल पर्षद के प्रभारी कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार सिंह ने जलापूर्ति पर समीक्षा के दौरान कहीं. उन्होंने कहा कि हर वर्ष 10-12 इंजन टैंकर से वाटर सप्लाइ के लिया दिये जाते थे. इस बार महज आठ इंजन दिये गये हैं. आठ में भी चार में लाइट नहीं जलती है. बैठक में मौजूद डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने तुरंत ही संबंधित अधिकारी को पर्याप्त मात्रा में इंजन उपलब्ध कराने केे लिए कहा, ताकि सभी जगहों पर टैंकर से पानी उपलब्ध कराया जा सके.
डिप्टी मेयर ने कहा कि शहर में एडीबी योजना का काम पूरा होने में 10 वर्ष लगेंगे, तब तक शहर के लोगों की पानी की जरूरतों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. इसके साथ ही धोबिया घाट, पंचायती अखाड़ा, दंडीबाग व डाक स्थान जलापूर्ति केंद्रों से मंगलवार तक वाटर सप्लाइ चालू करने का निर्देश कार्यपालक अभियंता व कनीय अभियंता को दिया गया.
नैली में बनेगा स्थायी तौर पर कचरा प्रबंधन शेड : बैठक में सफाई प्रभारी शैलेंद्र कुमार ने कहा कि 1.48 लाख डस्टबीन शहर के लोगों के बीच वितरित किये जा चुके हैं. 52 हजार डस्टबीन निगम के विकास शाखा में रखे हुए हैं. गीला व सूखा कचरा के निष्पादन के लिए तत्काल विकास शाखा में काम शुरू कर दिया गया है. इसके साथ ही शहर में मोती पहलवान गली, ईश्वर चौधरी हॉल्ट में अस्थायी तौर पर कचरा प्रबंधन शेड बनाया जाना प्रस्तावित है. उन्होंने कहा कि इसके साथ नैली डंपिंग जोन में स्थायी तौर पर कचरा प्रबंधन के लिए शेड बनाया जायेगा. इस काम में महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं से सुपरवाइजर के तौर पर काम लिए जाने का प्रस्ताव है.
बैठक में ये रहे शामिल
मेयर वीरेंद्र कुमार, डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव, नगर आयुक्त डॉ ईश्वर चंद्र शर्मा, कार्यपालक अभियंता रजनीकांत तिवारी, सिटी मैनेजर राजमणि गुप्ता, सुरेंद्र राम, जल पर्षद के प्रभारी कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार सिंह, सहायक अभियंता विनोद प्रसाद, सफाई प्रभारी शैलेंद्र कुमार, लेखा पदाधिकारी गौतम कुमार, राजस्व पदाधिकारी विजय कुमार सिन्हा, सदस्य संतोष सिंह, विनोद यादव, मनोज कुमार, अबरार अहमद, चुन्नू खां, कनीय अभियंता धर्मेंद्र कुमार, दिनकर प्रसाद, किशोर कुमार, देवनंदन कुमार, अक्षय कुमार, अजय सिंह व सुबोध सिंह आदि मौजूद थे.
सफाई में पर्यवेक्षण पदाधिकारी बने सिटी मैनेजर
नगर निगम में तैनात दो सिटी मैनेजरों को निगम के 53 वार्डों में सफाई के पर्यवेक्षण का काम देखने की जिम्मेदारी दी गयी है. बैठक में डिप्टी मेयर ने कहा कि प्रमंडलीय आयुक्त व डीएम ने सफाई का काम सिटी मैनेजर को देने की बात कही है. वार्ड नंबर 1 से 27 तक सिटी मैनेजर राजमणि गुप्ता व वार्ड नंबर 28 से 53 तक सिटी मैनेजर सुरेंद्र राम पर्यवेक्षण का काम देखेंगे. 15 दिनों में इनका काम सराहनीय रहा, तो पूरी जिम्मेदारी दोनों को सौंप दी जायेगी.
इस पर पहले से तैनात सफाई प्रभारी शैलेंद्र कुमार ने कहा कि सिटी मैनेजर के अंदर में काम करना उनके लिए संभव नहीं होगा. इसके बाद नगर आयुक्त ने सिटी मैनेजर के अधिकार संबंधी विभाग के पत्र की जानकारी बैठक में दी, जिसके आधार पर यह तय हुआ कि नगर आयुक्त व अपर नगर आयुक्त के बाद सिटी मैनेजर का ही रैंक आता है.
जेल में निगम करायेगा बोरिंग: मेयर
मेयर वीरेंद्र कुमार ने कहा कि शहर के अलावा सेंट्रल जेल में जलापूर्ति करने वाले कई चापाकलों के सूख जाने से बंदियों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है. इस वजह से भीषण गर्मी में बंदियों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि नगर निगम की ओर से बोरिंग कराने का प्रस्ताव लाया गया है. बोरिंग व जलापूर्ति शुरू करने का काम बरसात से पहले पूरा कर लिया जायेगा. शहर के अन्य जगहों पर भी पेयजल सुचारु करने के लिए निगम द्वारा आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं.
निगम में सब कुछ है अनियंत्रित : नगर आयुक्त
नगर आयुक्त डॉ ईश्वर चंद्र शर्मा यहां की कार्यप्रणाली पर काफी नाराज दिखे. उन्होंने बैठक में कहा कि नगर निगम के कामों को देख कर साफ लगता है कि यहां सब कुछ अनियंत्रित ढंग से चल रहा है. यहां सभी अपने अनुसार काम कर रहे हैं. यहां किसी पर किसी का नियंत्रण नहीं है. उन्होंने कहा कि इंजीनियर यहां सफाई के कामों को देख रहे हैं. सभी यहां अपने मन से निर्णय ले लेते हैं. अब इस तरह से काम चलने वाला नहीं है. उन्होंने साफ कह दिया कि सब कुछ यहां अब सिस्टम के अनुसार चलाना होगा, जहां भी गड़बड़ी हो रही है उसकी रिपोर्ट हमारे पास भेजें तुरंत कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि जिन टैक्स कलेक्टरों का कलेक्शन उनके वेतन के समकक्ष नहीं होता है उन्हें हटा दिया जायेगा.
लेट आनेवाले पदाधिकारी से स्पष्टीकरण
बैठक 11 बजे से होनी तय थी. 11:30 तक इंजीनियर व कई शाखाओं के प्रधान लिपिक ही गैरहाजिर रहे. मेयर, डिप्टी मेयर, नगर आयुक्त व स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य सभागार में मौजूद थे. नगर आयुक्त ने कहा कि अब तक बैठक में नहीं पहुंचने वाले इंजीनियर व प्रधान सहायक का एक दिन का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा जाये. अगली बैठक में सभी को समय से पहले यहां मौजूद रहना होगा. समय होते ही सभागार में इंट्री बंद कर दी जायेगी. नहीं पहुंचने वाले कर्मचारियों को उस दिन गैरहाजिर माना जायेगा.

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