गया: नगर प्रखंड के कोसडिहरा गांव के महादलित टोले के चापाकलों के बिगड़ जाने से महादलित टोले के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के अनुसार, मुखिया की ओर से 2012-13 में कोसडिहरा गांव के महादलित टोले में छह चापाकल लगाये गये. फिलहाल इनमें से मात्र एक चापाकल चालू है.
महादलित टोले के सोमरी देवी, फुलुआ देवी, चिंता देवी, सुनैना देवी, पुतुल देवी, भुनेश्वर मांझी, पधारक मांझी, नेपाली मांझी व कारू मांझी सहित अन्य लोगों ने बताया कि चापाकल के खराब होने से पानी के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है. उधर, एक मात्र चापाकल पर दिन भर लोगों की भीड़ लगी रहती है.
चंदे के पैसे से बनता है चापाकल : महादलित टोले के लोगों ने बताया कि खराब चापाकलों की मरम्मती चंदा इकट्ठा कर के करायी जाती है. लेकिन, इस बार कोई चंदा देने के पक्ष में नहीं है.
मुखिया को नहीं है सुध : ग्रामीणों ने बताया चापाकल को लेकर कई बार मुखिया सावित्री देवी से शिकायत की गयी. लेकिन, समस्या का समाधान नहीं निकला.