गया: अचानक बारिश होने से शहर में बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गयी. गुरुवार की रात करीब नौ बजे से पूरा शहर अंधेरे में डूबा रहा. काफी मशक्कत के बाद शुक्रवार की देर शाम तक इसे पटरी पर लाने की कोशिश जारी रही. परिणामस्वरूप कुछ इलाके में बिजली मिलने की सूचना है, लेकिन अधिकतर इलाकों में अब भी अंधेरा पसरा है. बिजली की आपूर्ति नहीं होने से जलापूर्ति केंद्र दंडीबाग से शुक्रवार को दिन भर पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी. इस कारण लोग पानी के लिए इधर-उधर भटकते रहे.
ज्ञातव्य हो कि लंबे समय के बाद इतने लंबे समय तक पूरे शहर में एक साथ बिजली आपूर्ति ठप रही. इससे आम नागरिकों को विभिन्न प्रकार के कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. जलापूर्ति केंद्र पर आश्रित परिवार पीने के पानी के लिए भी तरस गये. पानी की तलाश में दर-दर भटकते नजर आये. जिनके घरों में मोटर पंप लगे हैं, वहां भी पानी का संकट उत्पन्न हो गया. कई लोगों ने जेनेरेटर चला कर अपने टैंक भरे. लेकिन, अधिकतर परिवार बिजली के अभाव में दिन भर अस्त-व्यस्त रहे. लोगों के घरों में लगा इन्वर्टर भी जवाब दे गया.
विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, गया शहर के कार्यपालक अभियंता बिनोद प्रजापति ने बताया कि अचानक तेज बारिश होने के कारण विभिन्न स्थानों पर पेड़ गिरने या उसके संपर्क में आने से फॉल्ट उत्पन्न हो गया. कई फीडर के इंसुलेटर पंर हो गये, तो कुछ के जंफर कट गये.
ग्रिड में भी तकनीकी गड़बड़ी आ गयी. इस कारण 33 केवी दंडीबाग, गांघी मैदान व एपी कॉलोनी फीडर गुरुवार को 9:20 बजे से ब्रेक डाउन रहा. इसी प्रकार 11 केवी फीडर नंबर 1, 2, 3, 6, 7, पीएचइडी, नैली व मेडिकल कॉलेज आदि के भी ब्रेक डाउन रहे. उन्होंने दावा किया कि सभी फॉल्ट व तकनीकी समस्याएं दूर कर ली गयी हैं. रोस्टर के अनुसार आपूर्ति शुरू की जा चुकी है. लेकिन, सामाचार लिखे जाने तक विभिन्न इलाके से लोग प्रभात खबर को फोन कर जानने की कोशिश कर रहे थे कि बिजली की क्या स्थिति है.