गया : जिला प्रशासन के असहयोगात्मक व्यवहार से जिला का विकास बाधित हो रहा है. जिला प्रशासन जिला पर्षद के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. उक्त बातें पत्रकारों को संबोधित करती हुई जिला पर्षद अध्यक्ष लक्ष्मी देवी ने कहीं. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा किये जाने वाले सरकारी आयोजनों के निमंत्रण पत्र में जिला पर्षद अध्यक्ष को न तो न्योता दिया जाता है और न ही उनके नाम का उल्लेख किया जाता है. उन्होंने जिला प्रशासन पर जिला पर्षद की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पंचम वित्त आयोग के 13 करोड़ रुपये की योजना पर कोई काम नहीं कराया गया है.
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत कार्य कराये जाने की अवधि मार्च में समाप्त हो जायेगी. जिले में किसी तरह का विकास का काम अब तक नहीं कराया गया है. उन्होंने बताया कि मनरेगा का काम अन्य जिलों में शुरू कर दिया गया है जबकि गया में अब तक शुरू नहीं कराया गया है. उन्होंने बताया कि जब भी इस मुद्दे पर उप विकास आयुक्त से बात की जाती है तो नजरअंदाज कर दिया जाता है.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यदि जिले के विकास के प्रति गंभीर नहीं हुआ तो जिला पर्षद का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिल कर स्थिति से अवगत करायेगा. इस मौके पर राहुल कुमार उर्फ मोती सिंह,रवि दास, दीना दास, निपु सिंह आदि ने भी अपनी बातें रखीं.