टिकारी: तिताईगंज स्थित द्विवेदी ठाकुरबाड़ी से रविवार की देर रात चोरों ने करीब 115 वर्ष पुराने भगवान राम, लक्ष्मण, माता सीता, राधाकृष्ण, माता लक्ष्मी व भगवान गणोश की मूर्तियां व उनके जेवरात की चोरी कर ली. हालांकि, टिकारी थाने की पुलिस ने सोमवार की शाम को चोरी गयी पांचों मूतियों को टिकारी स्थित मेला रोड में स्थित एक गडढा से बरामद किया.
लेकिन चोरी गये जेवरात बरामद नहीं हुआ. चोरी की घटना का इसका खुलासा सोमवार की सुबह हुआ, जब ठाकुरबाड़ी के पुजारी राजेश द्विवेदी साफ-सफाई करने आये. पुजारी ने घटना की जानकारी आसपास के लोगों व टिकारी थाने को पुलिस को दी. घटनास्थल पर पहुंचे इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने मामले की छानबीन की. चोरों का सुराग पाने के लिए जिला मुख्यालय से डॉग स्क्वायड दस्ता बुलाया गया. लेकिन, पुलिस को कोई विशेष सफलता हाथ नहीं लगी. पुलिस पुराने रेकॉर्ड के आधार पर सुराग पाने की कोशिश में जुट गयी है.
कहते हैं पुजारी : पुजारी ने बताया कि रविवार की शाम ठाकुरबाड़ी में आरती मंगल करने के बाद मुख्य दरवाजे में ताला लगा दिया गया था. सोमवार की सुबह जब पहुंचा तो देखा कि ठाकुरबाड़ी के दरवाजे का कुंडी उखड़ा हुआ है व मूर्तियां गायब है. सभी मूर्तियों को सजा कर रखे गये चांदी के जेवर जैसे- चंद्रिका, कुजूल, चंद्रहार, पैजनियां व कमरधानी भी नहीं है. माता सीता के नाक की मोती, भगवान श्रीकृष्ण के चांदी की बांसुरी समेत अन्य कीमती जेवरों की भी चोरी कर ली गयी है.
खंगाले जा रहे संदिग्धों के रेकॉर्ड
टिकारी थाने के इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ने बताया कि चोरी गयी मूर्तियों को बरामद किया गया है. मेला रोड में बच्चे खेल रहे थे. उसी दौरान वहां छिपा कर रखे गये मूर्तियों पर नजर बच्चों की गयी. उनकी निशानदेही पर मूतियां बरामद की गयी. अब जेवरातों की बरामदगी के लिए छानबीन की जा रही है. संदिग्धों के रेकॉर्ड खंगाले जा रहा है. डॉग स्क्वायड की टीम को लगाया गया है. जल्द ही मामले का खुलासा हो जायेगा.