दो दिनों के अंदर विभिन्न योजनाओं में 21 करोड़ रुपये का पेमेंट किया गया है. इतनी जल्दबाजी पिछले बोर्ड के दौरान नहीं दिखायी गयी थी. इधर, नगर आयुक्त विजय कुमार ने कहा कि काम किसी के इंतजार में रोका नहीं जा सकता था. नयी पर नहीं, पुरानी योजनाओं पर काम किया जा रहा था. जिन योजनाओं का काम फाइनल हो गया है, उसका ही पेमेंट किया गया है.
नगर आयुक्त ने कहा कि कराये गये काम व पेमेंट की जांच स्टैंडिंग कमेटी व बोर्ड से करा सकते हैं. उन्होंने कहा कि दो दिनों से मेयर व डिप्टी मेयर चार-पांच पार्षद लेकर कार्यालय में पहुंच कर समीक्षा बैठक करते हैं. यह बहुत ही गलत परिपाटी की शुरुआत है. इस तरह के व्यवहार के लिए जल्द ही विभाग को पत्र भेज कर सूचित किया जायेगा. निगम सूत्रों की मानें, तो योजना, कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति, वेतन व नाला सफाई पर आचार संहिता लगने से छह जून तक महज 8, 37, 62, 929 रुपये के चेक ही काटे गये हैं.