घनश्यामपुर : थाना क्षेत्र के कसरौर गांव में सोमवार की देर रात अपराधियों ने एक ही रात दो घरों में धावा बोल कर करीब पांच लाख रुपये के जेवरात समेत आठ लाख रुपये की लूटपाट को अंजाम दिया है. इस संबंध में कोशी महाविद्यालय, बिरौल से स्टेनो पद से अवकाश प्राप्त चंद्रशेखर झा ने थाने […]
घनश्यामपुर : थाना क्षेत्र के कसरौर गांव में सोमवार की देर रात अपराधियों ने एक ही रात दो घरों में धावा बोल कर करीब पांच लाख रुपये के जेवरात समेत आठ लाख रुपये की लूटपाट को अंजाम दिया है. इस संबंध में कोशी महाविद्यालय, बिरौल से स्टेनो पद से अवकाश प्राप्त चंद्रशेखर झा ने थाने में तीन लाख रुपये के जेवरात समेत पांच लाख रुपये की डकैती व उनके भाई कोशी प्रोजेक्ट से अवकाशप्राप्त कृष्णचंद्र झा ने दो लाख रुपये के जेवरात समेत तीन लाख रुपये मूल्य के सामान की चोरी का आवेदन दिया है.
चंद्रशेखर झा के बेटे दिल्ली में सीबीआइ में डीएसपी के पद पर तैनात हैं. अपराधी लूटपाट के दौरान श्री झा के पिता स्व. दुखमोचन झा को 1962 में मिले राष्ट्रपति पुरस्कार के गोल्ड मेडल भी साथ ले गये.जानकारी के अनुसार, सोमवार की देर रात अपराधियों ने कसरौर गांव के जनता कोशी महाविद्यालय, बिरौल के स्टोनो पद से
बंधक बना डीएसपी
सेवानिवृत्त चंद्रशेखर झा और कोशी प्रोजेक्ट दरभंगा से अवकाश प्राप्त कृष्णचन्द्र झा के घर फिल्मी स्टाइल में धावा बोला. अपराधी सबसे पहले कृष्णचंद्र झा के बंद घर को निशाना बनाया. दीवार फांद कर अपराधी कैंपस में घुसे. फिर घर का मुख्य दरवाजा का ताला तोड़ कर अंदर प्रवेश किया. इसके बाद आराम से सभी कमरों का ताला तोड़ कर अलमारी और ट्रंक से करीब दो लाख रुपये के गहने, कीमती साड़ी व कपड़े चोरी कर ली.
श्री झा के पुत्र एचडीएफसी, किशनगंज के शाखा प्रबंधक पंकज झा ने बताया कि अपराधियों ने उनके घर से करीब तीन लाख रुपये मूल्य की चोरी की है. इसके बाद अपराधियों ने चंद्रशेखर झा के घर को निशाना बनाया. घर में वृद्ध दंपती ही थे. ताला तोड़ कर घर में प्रवेश करने के बाद सभी कमरों की तलाशी ली. फिर अलमारी और ट्रंक का ताला तोड़ कर 80 हजार रुपये नकद, तीन लाख रुपये मूल्य के गहने, कपड़े समेत करीब पांच लाख रुपये की संपत्ति लूट ली. श्री झा ने बताया कि अपराधी के घर में घुसने की आवाज सुन कर वे लोग जाग गये. अपराधियों ने घर से बाहर नहीं निकलने को कहा. कहा कि अगर निकलोगे,
तो जान मार देंगे. लूटपाट के बाद अपराधी आराम से भाग निकले. अपराधी के चले जाने के बाद जब वे लोग बाहर निकले, तो घर का सभी सामान बिखरा पड़ा था. उन्होंने बताया कि घटना की सूचना दरभंगा में रह रहे शिक्षक पुत्र शिक्षक दिलीप कुमार झा को दी गयी. सूचना मिलने पर बिरौल डीएसपी सुरेश कुमार, इंस्पेक्टेर कुमार ब्रजेश और थानाध्यक्ष पंकज कुमार पंत घटनास्थल पर पहुंच तहकीकात की. डीएसपी ने बताया कि अपराधी का तार नेपाल से जुड़ा हुआ है.
बुजुर्ग छोड़ सभी बाहर रहते
दो घरों में एक बंद था, तो दूसरे घर में सिर्फ बुजुर्ग की रहते हैं. कृष्णचंद्र झा के जयेष्ठ पुत्र पंकज कुमार झा जो एचडीएफसी के शाखा प्रबंधक के पद पर कटिहार में कार्यरत हैं वहां रहते हैं. दूसरा पुत्र नीरज कुमार एक टीवी न्यूज चैनल में दिल्ली में काम करते हैं. उधर, वृद्ध चंद्रशेखर झा पति-पत्नी गांव में और तीन पुत्र बाहर ही रहते हैं. ज्येष्ठ पुत्र अनिल कुमार झा सिलीगुड़ी में ट्रांसपोर्ट कंपनी में मैनेजर पद पर कार्यरत हैं. दूसरे पुत्र दिलीप कुमार झा दरभंगा में शिक्षक हैं. तीसरे पुत्र सीबीआइ हेड क्वार्टर, दिल्ली में डीएसपी के पद पर तैनात हैं.