दरभंगाः डीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं. उनके समर्थन में मंगलवार को 12 बजे रात से पूरे प्रदेश के जूनियर डॉक्टर भी हड़ताल पर चले जायेंगे. वहीं डॉक्टरों की हड़ताल से डीएमसीएच की व्यवस्था चरमरा गयी है. इधर, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार ने दरभंगा जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ कुणाल शंकर से हड़ताल स्थगित करने की मांग की है.
उनका कहना है कि जल्द ही उनकी मांगों पर सकारात्मक पहल की जायेगी. वहीं जेडीए अध्यक्ष डॉ शंकर ने साफ शब्दों में कहा है कि जब तक उनकी मांगों का नोटिफिकेशन नहीं हो जाता वे हड़ताल पर रहेंगे. पीएमसीएच जेडीए के अध्यक्ष डॉ राकेश व नालंदा जेडीए के अध्यक्ष डॉ विकास ने समर्थन देते हुए जेडीए दरभंगा के अध्यक्ष को ही अधिकृत किया है. उन्होंने कहा है, डॉ शंकर ही सरकार से वार्ता करेंगे और ठोस निष्कर्ष निकलने के बाद ही आगे की कार्यवाही करें. इधर, प्राचार्य सह अधीक्षक डॉ एसएन सिन्हा से भी जेडीए अध्यक्ष डॉ शंकर ने भेंट की व समस्याओं से अवगत कराया. जूनियर डॉक्टर पीजी प्रथम वर्ष में 48 हजार, द्वितीय वर्ष में 50 व तृतीय वर्ष में 52 हजार मानदेय करने की मांग कर रहे हैं.
डीएमसीएच में हड़ताल का सीधा असर मंगलवार को देखने को मिला. इनडोर में दर्जन भर भी मरीज भरती नहीं हुए. वहीं अन्य वार्डो में भी स्थिति कमोबेश अन्य दिनों की अपेक्षा कम ही रही. वरीय चिकित्सक व इंटर्न के सहारे मरीजों की जांच सभी वार्डो में की गयी.
हड़ताल पर गये जूनियर डॉक्टरों से वार्ता चल रही है. उनसे हड़ताल खत्म करने का अनुरोध किया गया है. वैसे इनकी मांग जायज है. मरीजों को इस हड़ताल का खामियाजा न भुगतना पड़े इसके लिए तमाम वैकल्पिक व्यवस्थाओं के तहत सभी वार्डो में वरीय चिकित्सकों की ड्यूटी लगायी गयी है. इंटर्न भी पूरा सहयोग कर रहे हैं.
डॉ एसएन सिन्हा, प्राचार्य सह अधीक्षक.