दरभंगा : पवित्र पर्व ईद संपन्न हो गया. एक तरफ लोग इस त्योहार के जश्न में जहां डूबे थे, वहीं दूसरी ओर वापस परदेस लौटने की चिंता भी उन्हें सता रही थी. कारण किसी तरह त्योहार पर घर तो आ गये लेकिन अब वापस कैसे जायेंगे, इसका पता नहीं. किसी भी ट्रेन में आरक्षण उपलब्ध नहीं है. स्पेशल गाड़ियां भी फुल चल रही हैं. किसी एक रूट में यात्रियों का दवाब अधिक है, ऐसा नहीं, बल्कि सभी मार्ग पर चलने वाली नियमित गाड़ियों में आरक्षण नहीं मिल रहा.
बीच के करीब दो सप्ताह अपेक्षाकृत दवाब कुछ कम रहा. रमजान में हजारों की संख्या में अपने घर लौटे अकीदतमंदों की वापसी नहीं होने के कारण दवाब में कमी आयी. जाहिर है त्योहार समाप्त होने के बाद ये सभी वापस लौटेंगे. फलत: तत्काल टिकट के लिए फिर से मारामारी मचेगी. उल्लेखनीय है कि जुलाई कौन कहे, आधा अगस्त तक आरक्षण नहीं मिल रहा. ऐसे में यात्रियों के सामने तत्काल टिकट ही एकमात्र विकल्प बचा है.
तत्काल टिकट का आलम यह है कि बमुश्किल पहले से दूसरे नंबर पर खड़े यात्री का आरक्षण ही बन पाता है. कई गाडि़यों में तो पहले मांग पत्र पर भी रिजर्वेशन नहीं हो पाता. जबतक काउंटर क्लर्क नाम वगैरह भरते हैं, वेटिंग आ जाता है. यह सेंधमारी आखिर कहां से हो रही है, यह तो जांच का विषय है. रेल सूत्र के अनुसार ईद के बाद सबसे ज्यादा भीड़ मुंबई व कोलकाता की ओर जानेवाली ट्रेन में होगी. वैसे दिल्ली, बेंगलुरू, हैदराबाद, पुणे आदि जानेवाली गाडि़यों में भी दवाब बढ़ेगा. मुंबई जाने वाली 11066 पवन एक्सप्रेस में जहां स्लीपर क्लास में आठ सितंबर को आरक्षण उपलब्ध है, वहीं दिल्ली जानेवाली संपर्क क्रांति में इसी श्रेणी में एक अगस्त से आरक्षण मिल रहा है. पुणे जाने वाली 11034 ज्ञान गंगा एक्सप्रेस में पांच अगस्त, सियालदह जानेवाली 13186 गंगासागर एक्सप्रेस में 21 जुलाई, आनंदबिहार जानेवाली 12569 गरीब रथ में एक अगस्त से आरक्षण उपलब्ध है.