दरभंगा : मिथिलांचल का यह क्षेत्र अपनी संस्कृति, आतिथ्य सत्कार और सौम्यता के लिए विख्यात है. राष्ट्रीय मानचित्र पर राजनीतिक, आर्थिक, औद्योगिक, सांस्कृतिक, व्यावसायिक एवं शैक्षणिक योगदानों की पड़ताल की जाय तो मिथिलांचल के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. शिक्षा से व्यक्ति में जागृति आती है. जागरूक एवं सुयोग्य व्यक्ति उत्तम नागरिक बन […]
दरभंगा : मिथिलांचल का यह क्षेत्र अपनी संस्कृति, आतिथ्य सत्कार और सौम्यता के लिए विख्यात है. राष्ट्रीय मानचित्र पर राजनीतिक, आर्थिक, औद्योगिक, सांस्कृतिक, व्यावसायिक एवं शैक्षणिक योगदानों की पड़ताल की जाय तो मिथिलांचल के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. शिक्षा से व्यक्ति में जागृति आती है.
जागरूक एवं सुयोग्य व्यक्ति उत्तम नागरिक बन सकता है और उत्तम नागरिक ही लोकतंत्रीय व्यवस्था के संचालन को सहज बना सकता है. डा. नागेंद्र झा स्टेडियम में आयोजित दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री डाॅ मदन मोहन झा ने उक्त बातें कही. मानवता की चर्चा करते हुए मंत्री डाॅ झा ने कहा कि आप शासन-प्रशासन, समाजसेवा या जीवन के किसी भी क्षेत्र में हों, आपका यह कर्त्तव्य है कि आप प्राण-प्रण से मानवता को बरकरार रखने का प्रयत्न रखें.
आज इस बात की महत्ती आवश्यकता है कि युवा वर्ग को आवश्यक प्रेरणा प्रदान की जाय.
उन्होंने सलीम जीब्रॉन के कथन को उद्धृत करते हुए ‘मानव की महत्ता इसमें नहीं है जो वह कुछ प्राप्त कर लेता है, बल्कि इसमें है जिसे वह प्राप्त करने की आकांक्षा करता है’. उन्होंने उपस्थित जनों को साश्वत जीवन मूल्यों को पहचान कर निर्धारित आदर्शों को प्राप्त करने के लिए अनुकूल मार्ग का चयन कर अनुसरण करने का सुझाव दिया. डा. झा ने कुलपति के कार्यपद्धति की सराहना करते हुए कहा कि यह जानकर प्रसन्नता हुई कि नये रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय मेंं समुचित ध्यान दिया जा रहा है.