कमतौल, दरभंगाः गिरफ्तार नारायण साईं के नजदीकी रहे हनुमान के पिता विवेकानंद ठाकुर उर्फ लालबाबू अपने बेटे से कुछ सवाल करना चाहते हैं. वे अपने बेटे से पूछना चाहते हैं कि आखिर इस तरह के काम में संलिप्त होने से पहले उसने कुछ सोचा क्यों नहीं. उसे सोचना चाहिए था कि उसकी पत्नी और दो छोटी बच्चियों का क्या होगा. उनके भविष्य का ख्याल कौन करेगा?
यही नहीं वे रेप का आरोप लगाने वाली सूरत की उन दोनों बहनों से भी सवाल-जबाब करना चाहते हैं, ताकि वह यह जान सकें कि क्या इसी दिन के लिए शुरुआती दिनों में वे दोनों यहां आकर ठहरी थीं. .हमारे घर का दाना खाया, पानी पिया. नमक हलाली के बदले उनके बेटे को रेप का सह आरोपित बनाकर फंसा दिया. इनसान बनाये जाने का वादा कर हैवान बना डाला. वे यह भी जानना चाहते हैं कि जब वह नारायण साईं के कृत्यों से अवगत थीं तो अहल्यास्थान आकर मेरे पुत्र को क्यों साथ ले जाने को आतुर थी.
अपने बेटे की गिरफ्तारी पर कहते हैं कि यह तो होना ही था. मुङो कानून पर भरोसा है. पुलिस जांच के बाद न्यायालय अपना काम करेगी. फिर दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा. हालांकि उन्हें अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि नारायण साईं इतना बड़ा रैकेट चलाता था और उसका बेटा उसमें साझीदार था.