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कभी भी धराशायी हो सकता कोणीघाट पुल

कभी भी धराशायी हो सकता कोणीघाट पुलरोक के आदेश के बावजूद धड़ल्ले से चल रही भारी गाडि़यांएसडीओ ने लगा रखी है रोक15 पंचायत के लोगों का सहारा है यह पुल फोटो.44 परिचय. कोणीघाट का जर्जर पुलबिरौल: कोणीघाट पुल कभी भी धराशायी हो सकता है. रोक के बावजूद इस पुल से होकर भारी वाहनों का आवामगन […]

कभी भी धराशायी हो सकता कोणीघाट पुलरोक के आदेश के बावजूद धड़ल्ले से चल रही भारी गाडि़यांएसडीओ ने लगा रखी है रोक15 पंचायत के लोगों का सहारा है यह पुल फोटो.44 परिचय. कोणीघाट का जर्जर पुलबिरौल: कोणीघाट पुल कभी भी धराशायी हो सकता है. रोक के बावजूद इस पुल से होकर भारी वाहनों का आवामगन धड़ल्ले से हो रहा है. प्रशासन की इस ओर नजर नहीं है. एसडीओ के आदेश के अनुपालन को महकमा गंभीरता से नहीं ले रहा. कई दुर्घटनाओं का गवाह बन चुके इस पुल पर अगर शीघ्र बड़े वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक नहीं लगाया गया तो बड़ा हादसा इसकी फेहरिस्त मंेे जुड़ सकता है. आवागमन पूरी तरह ठप पड़ सकता है. अगर ऐसा हुआ तो 15 पंचायतों का संपर्क अनुमंडल व प्रखण्ड मुख्यालय से भंग हो जायेगा. लाइफ लाइन है पुलप्रखण्ड का कोणीघाट पुल क्षेत्र के पूर्वी क्षेत्र का लाइफ लाइन सरीखा है. इससे होकर 15 पंचायतों के सौ से अधिक गांव के लोग नित्य आवागमन करते हैं. प्रखण्ड व अनुमंडल मुख्याल तक जाने के लिए इस इलाके के लोगों का यह पुल एक मात्र सहारा है. वहीं इस सड़क से बहेड़ी, विशनुपर आदि का सीधा जुड़ाव होता है. जाहिर है इससे इस क्षेत्र से आवागमन करने वालों को भी समस्या होगी. अगर यह पुल बाधित हो गया तो लोगों को करीब 8 किलोमीटर दूरी तय करने के लिए 12 से 20 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ जायेगा. ये पंचायत होंगे प्रभावितपोखराम उत्तरी, पोखराम दक्षिणी, पटनियां, सहसराम, पड़री, साहो, अरगा उसरी, गणौड़ तरवाड़ा, बैरमपुर, राम नगर, देकु ली जगन्नाथपुर, मनौर भौराम, लदहो व कमरकल्ला.पूरी तरह ठप हो गया था आवागमनयह पुल अरसे से जर्जर अवस्था में है. पिछले दिनों एक ओवर लोड ट्रक की वजह से इसका एक खंबा धंस गया. लिहाजा आनन-फानन में परिचालन बंद कर दिया गया. दुर्घटना की आशंका के मद्देनजर एसडीओ मो. शफीक ने सभी वाहनों के आवामगन को रोकने का आदेश दिया. फलत: पूर्वी क्षेत्र के लोगों की परेशानी बड़ गयी. सुपौल बाजार या प्रशासनिक कार्य के लिए आने-जानेवालों को लंबी दूरी तय करनी पड़ी. कारण इस पुल से बड़े व छोटे दोनांे प्रकार के वाहनों के इस पुल से गुजरने पर रोक लगा दिया गया था. बीस लाख की लाख से हुई मरम्मतइस पुल की मरम्मत पिछले छह माह पूर्व हुआ. विभागीय सूत्रों के अनुसार इसमें करीब 20 लाख खर्च आया. पुल को दुरूस्त करने के बाद संवेदक ने पुल के दोनों ओर लोहे के पाइप से बैरिकेटिंग लगा दिया गया. उद्देश्य यह था कि छोटे व हल्के वाहन ही इससे होकर गुजरें. बड़े वाहनों को प्रवेश नहीं मिल सके, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा. मरम्मति के बाद थानेदार ने वहां वाहनों को प्रवेश से रोकने के लिए तैनात चौकीदार को वहां से हटा लिया. सनद रहे कि एसडीओ न९क इस पुल से भारी वाहनों को नहीं गुजरने देने का स्पष्ट निर्देश थाने को दे रखा है.बीडीओ से की शिकायत इसको लेकर बीडीओ रजत किशोर सिंह से बीस सुत्री अध्यक्ष कैलाश चौधरी ,पैक्स अध्यक्ष राजीब चौधरी ,और भाजपा मंडल अध्यक्ष मणिकांत मिश्र ने इस मामले को लेकर बीडीओ रजत किशोर सिंह से शिकायत की है. कोट::::::::::इसको लेकर थाना को सख्त निर्देश दिया गया है. इस पर अविलंब कार्रवाई को कहा गया है. इसके लिए डीएसपी से भी इस संबंध में बात करेंगे. मो. शफीक, एसडीओ बिरौल

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