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परिवार नियोजन कराने में पीएचसी में फेल

परिवार नियोजन कराने में पीएचसी में फेल नसबंदी, कॉपर टी व गर्भ निरोधक गोलियों की आपूर्ति में जीरोनाम के लिए है 19 पीएचसी दरभंगा : जिले के 19 पीएचसी में आयोजित परिवार नियोजन कार्यक्रम अक्टूबर तक फेल था. इधर विशेष परिवार नियोजन कार्यक्रम सितंबर में आयोजित हुए. लेकिन सभी पीएचसी ने लक्ष्य के 28 प्रतिशत […]

परिवार नियोजन कराने में पीएचसी में फेल नसबंदी, कॉपर टी व गर्भ निरोधक गोलियों की आपूर्ति में जीरोनाम के लिए है 19 पीएचसी दरभंगा : जिले के 19 पीएचसी में आयोजित परिवार नियोजन कार्यक्रम अक्टूबर तक फेल था. इधर विशेष परिवार नियोजन कार्यक्रम सितंबर में आयोजित हुए. लेकिन सभी पीएचसी ने लक्ष्य के 28 प्रतिशत तक ही इस कार्यक्रम में पहुंच पाये. परिवार नियोजन या जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सरकार ने कई नुस्खे अपनाये. इसमें बंध्याकरण, प्रसव के शीघ्र बाद बंध्याकरण, नसबंदी और डिलेवरी के बाद कॉपर टी व गर्भ निरोधक गोली खाना शामिल है. इस कार्यक्रम में सभी पीएचसी ने 884 लोगों का बंध्याकरण किया. शेष नुस्खे धराशायी हो गयी. बंध्याकरणजिले में बंध्याकरण में सबसे अधिक आगे बहेड़ी है. बहेड़ी ने गत दस माह में 188 लोगों का ऑपरेशन किया. इस नुस्खे में दूसरे स्थान पर बेनीपुर रहा. बेनीपुर ने 108 लोगों का बंध्याकरण ऑपरेशन किया. इसके अलावा कोई पीएचसी ने तीन अंक तक नहीं पहुंच सका. प्रसव के बाद बंध्याकरणइस कार्यक्रम के प्रसव के बाद बंध्याकरण भी फेल हो गया है. जिले के 19 पीएचसी में मात्र जाले ने प्रसव के बाद दो महिलाओं का ही बंध्याकरण कर पाया और इस कार्यक्रम की लाज रख ली. शेष 18 पीएचसी की सफलता जीरो रहा. इस शर्मनाक आंकड़े ने सूबे में सिविल कार्यालय के पायदान काफी नीचे खिसका दिया है. नसबंदी जिले में नसबंदी के नुस्खे ने सीएस कार्यालय की बची साख को पीएचसी ने और धो दिया. एक भी पीएचसी ने इस आठ माह में एक भी पुरुष का नसबंदी नहीं करा सका. यह आंकड़ें काफी चौंकाने वाले हैं. कई सालों से पुरुष नसबंदी नहीं हो पा रहा है. कॉपर टीजनसंख्या पर नियंत्रण के लिए डिलेवरी के बाद कॉपर टी लगाने में भी पीएचसी ने कोई कारगर काम नहीं किया है. सरकार ने महिलाओं के जनसंख्या के हिसाब से कॉपर टी लाखों पीस आपूर्ति की है. कॉपर टी का हाल यह है कि पीएचसी और सीएस कार्यालय में सड़ रहे हैं.गर्भ निरोधक गोली दो बच्चों में अंतर को लेकर सरकार ने सीएस कार्यालय को लाखों गोलियां आपूर्ति की है. सीएस कार्यालय ने भी पीएचसी को आपूर्ति कर पल्ला झाड़ लिया लेकिन जिले के अलीनगर, बहादुरपुर और घनश्यामपुर ने महिलाओं में गोलियां आपूर्ति कर सीएस कार्यालय की लाज रख ली. अलीनगर व घनश्यामपुर ने 21-21 और बहादुरपुर ने 6 महिलाओं के बीच गर्भ निरोधक दवाएं बांटी. शेष 16 पीएचसी में एक भी महिला में गर्भ निरोधक दवा की आपूर्ति के आंकड़े नहीं है. मालूम हो कि हरेक पीएचसी पर हरेक दिन डिलेवरी होता है लेकिन सरकारी ये नुस्खे नहीं अपनाये जाते हैं.

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