27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

विश्‍लेषण के साथ समस्या का समाधान दें समाजशास्त्री : पाठक

दरभंगा : पद्मभूषण व सुलभ क्रांति के जनक डॉ विंदेश्वर पाठक ने मंगलवार को लनामिवि के स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग में महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह मेमोरियल चेयर का उद्घाटन किया. मौके पर उन्होंने इस चेयर के लिए 15 लाख रुपये देने की घोषणा की.साथ ही कहा कि वे फिर आयेंगे और राशि देंगे. मौके पर सोशियोलॉजी ऑफ […]

दरभंगा : पद्मभूषण व सुलभ क्रांति के जनक डॉ विंदेश्वर पाठक ने मंगलवार को लनामिवि के स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग में महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह मेमोरियल चेयर का उद्घाटन किया.
मौके पर उन्होंने इस चेयर के लिए 15 लाख रुपये देने की घोषणा की.साथ ही कहा कि वे फिर आयेंगे और राशि देंगे. मौके पर सोशियोलॉजी ऑफ सेनिटेशन विषय पर बतौर मुख्य वक्ता व्याख्यान देते हुए कहा कि समाजशास्त्रियों को सिर्फ पढ़ने-पढ़ाने और विश्‍लेषण करने तक सीमित नहीं रहना चाहिए. उन्हें समस्या का निदान भी देना चाहिए. अपने सुलभ क्रांति का उदाहरण देते हुए कहा कि उस समय समाज के जिस वर्ग की परछाईं से लोग दूर भागते थे, उनको मुख्य धारा में जोड़ने के लिए यह अभियान शुरू किया. नतीजा सामने है.
आज उसी परिवार के सदस्यों के साथ तथाकथित सभ्रांत समाज के लोग समवेत हो रहे हैं. समाज में उन्हें सम्मान के साथ ही बराबरी का हक मिल रहा है. समाजशास्त्री की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि इन्हीं के तकनीकी के आधार पर आज अपना देश 2019 तक स्वच्छ होने की स्थिति में खड़ा हुआ. उन्होंने कहा कि सफलता के लिए विनम्रता के मार्ग पर चलना होगा. यह समाज सुधार के लिए सबसे जरूरी पहलू है. शांति, अहिंसा से ही समाज में बदलाव संभव है. उन्होंने समाजशास्त्र के सहारे ही छूआछूत जैसी कुरीति को दूर करने में सफलता हासिल की है.
मौके पर लनामिवि कुलपति प्रो साकेत कुशवाहा ने डॅा पाठक के स्वच्छता आधारित पाठ्यक्रम शुरू करने के आग्रह पर कहा कि सीनेट-सिंडिकेट का सहयोग अगर मिला तो वे इस पाठ्यक्रम को शुरू करेंगे. यहां नौकरी लेने नहीं बल्कि देनेवाली पीढ़ी तैयार करेंगे.
जब यह पाठ्यक्रम शुरू होगा तो फिर से डॉ पाठक को आमंत्रित किया जायेगा. प्रो कुशवाहा ने कहा कि दो तरह की स्वच्छता होती है. दिखने वाला स्वास्थ्य व प्रसन्नता आधारित होता है, जबकि दूसरा मानसिक स्वच्छता होती है जो कि विचार, क्रिया व कार्य संस्कृति में छलकती है. मौके पर उन्होंने एक -एक दिन का वेतन सीएम राहत कोष में देने का आग्रह सभी से किया.
इधर विभागाध्यक्ष डॉ नागेंद्र कुमर ने आयोजिकी रखी. वहीं स्वागत भाषण पूर्व विधान पार्षद सह सिंडिकेट सदस्य डॉ विनोद कुमार चौधरी ने किया. विभाग की ओर से डॉ पाठक को अभिनंदन पत्र समर्पित किया गया. इस अवसर पर विभाग की स्मारिका के साथ ही मिथिलाक गौरव नामक पुस्तक को लोकार्पण भी हुआ.
कुलसचिव अजित कुमार सिंह ने भी विचार रखे. सिंडिकेट सदस्य डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने त्रिदिवसीय मिथिला विभूति पर्व के लिए डॅा पाठक को आमंत्रित करते हुए मिथिला विभूति सम्मान से सम्मानित करने को पत्र भी दिया. अमलेंदु शेखर पाठक के संचालन में धन्यवाद ज्ञापन डॉ गोपीरमण प्रसाद सिंह ने किया. इस अवसर पर डॉ पाठक ने डॉ चौधरी के प्रयास की जमकर सराहना की.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें