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स्मार्ट सिटी की सूची में मिथिलांचल की उपेक्षा
दरभंगा : पश्चिम में बागमती, पूरब में कमला नदी की धाराओं के बीच शिवधारा से पंडासराय तक फैला है प्राचीन शहर दरभंगा, दरभंगा महाराज कामेश्वर सिंह ने राजकिला निर्माण के दौरान इसे सुव्यवस्थित ढंग से बनाने की योजना बनायी थी, पर उसका क्रियान्वयन नहीं हो सका.1983 में नगरपालिका से उन्नयन कर इसे नगर निगम बना […]
दरभंगा : पश्चिम में बागमती, पूरब में कमला नदी की धाराओं के बीच शिवधारा से पंडासराय तक फैला है प्राचीन शहर दरभंगा, दरभंगा महाराज कामेश्वर सिंह ने राजकिला निर्माण के दौरान इसे सुव्यवस्थित ढंग से बनाने की योजना बनायी थी, पर उसका क्रियान्वयन नहीं हो सका.1983 में नगरपालिका से उन्नयन कर इसे नगर निगम बना दिया गया.
लेकिन बेतरतीब ढंग से बने इस शहर की आबादी तीन लाख से अधिक हो जाने के बाद कई ऐसी समस्याएं हैं, जो शहरवासियों के लिए कोढ़ में खाज बनता जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया मिशन के तहत शहरों को स्मार्ट बनाने की योजना है, उसके तहत देश के जिन 100 शहरों में बिहार के पांच का चयन किया गया है, उसमें दरभंगा का नाम नहीं देख मिथिलावासी हतप्रभ है.
मिथिला में आने पर केंद्र से लेकर राज्य सरकार के नुमाईंदे यह घोषणा करते हैं कि ‘मिथिला के विकास के बिना राज्य और केंद्र का विकास संभव नहीं है. लेकिन शहरों के उन्नयन संबंधी इस महत्वपूर्ण योजना से दरभंगा को वंचित किये जाने से दरभंगा नगर निगम के वर्तमान एवं सभी पूर्व मेयर क्षुब्ध हैं. 32 वर्ष पुराना इस नगर निगम क्षेत्र में एक-तिहाई आबादी को स्वच्छ जल उपलब्ध नहीं हो रहा है.
कचरा प्रबंधन का स्थानीय निदान नहीं होने के कारण शहर के बाहर जहां-तहां कचरा गिराकर वातावरण को प्रदूषित किया जा रहा है.
ऐसी स्थिति में यदि स्मार्ट सिटी की सूची में दरभंगा शामिल हो जाता, तो कुछ वर्षो में इसके भी कायाकल्प होने की उम्मीद दिखने लगती, लेकिन केंद्रीय नगर विकास मंत्री की घोषणा में मिथिलावासियों को निराश किया है.
दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय का निरीक्षण करने नैक की पियर टीम मंगलवार को पहुंच रही है. सात सदस्यीय नैक टीम तीन दिनों तक विवि मुख्यालय व विभागों का निरीक्षण कर नौ मई को वापस लौटेगी. टीम के आगमन को लेकर विवि प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप देने में युद्धस्तर पर जुटा रहा.
नैक निरीक्षण के मद्देनजर पहले ही विवि के अधिकारियों व कर्मियों की छुट्टियों को रद्द किया जा चुका है. सोमवार को भी बुद्ध पूर्णिमा के अवकाश के बावजूद विवि मुख्यालय के हर कार्यालय में अधिकारी व कर्मी साफ-सफाई में जुटे रहे. कुलपति डा. साकेत कुशवाहा खुद मुख्यालय के हर कार्यालय में घूम-घूमकर सफाई कार्यो का जायजा लेते रहे और आवश्यक निर्देश भी देते रहे. इसी तरह विवि के पीजी विभागों में भी साफ -सफाई जारी रही. कार्यालयों पर बोर्ड लगाये जा चुके हैं. विभिन्न कोषांगों के बोर्ड- बैनर पूरे परिसर में लगाये गये हैं.
विवि प्रशासन की कोशिश है कि नैक की टीम के समक्ष विवि की बेहतर प्रस्तुति में कोई कसर न रहे. जानकारों की मानें तो नैक का निरीक्षण व इसके उपरांत विवि को बेहतर ग्रेड विवि के भविष्य के लिए बेहद जरूरी है. अगर विवि को बेहतर ग्रेड मिलता है तो आने वाले समय में इससे न केवल विवि के विकास की गति बढ़ेगी, बल्कि इससे मिथिला क्षेत्र के छात्र-छात्रओं को भी इसका सीधा लाभ प्राप्त होगा.
छह मई से निरीक्षण
नैक की टीम मंगलवार को पहुंचेगी. डॉ एएन कारगुप्ता, डॉ सरदार अरविंद सिंह, डॉ अरूणिमा सिन्हा, डॉ डीएन मिश्र, डॉ बी सिंह एवं डॉ ध्रुव कुमार नैक की टीम का स्वागत करेंगे एवं टीम को सहयोग प्रदान करेंगे. नैक की सात सदस्यीय टीम मंगलवार को पहुंचने के बाद आपस में डिस्कशन करेगी.
इसके उपरांत छह मई से निरीक्षण शुरू करेगी. सात व आठ मई को भी टीम का निरीक्षण जारी रहेगा. नौ मई को टीम अपनी रिपोर्ट पूरी करने के बाद विवि प्रशासन के साथ एक्जिट मिटिंग कर यहां से रवाना हो जायेगी.
होंगे सात सदस्य
नैक की सात सदस्यीय पियर टीम के चेयरपर्सन विलासपुर विवि छत्तीसगढ़ के कुलपति सह नागालैंड विवि के पूर्व कुलपति प्रो गौरीदत्त शर्मा होंगे. टीम के सदस्यों में जेएनयू के प्रो गोविंद प्रसाद, गुरुनानक देव विवि अमृतसर की प्रो गुरप्रीत कौर, नार्थ इस्टन हिल विवि शिलांग के प्रो रमेश शर्मा, श्री पद्मावती महिला विवि तिरूपति के डॉ उमा बी एवं जलगांव महाराष्ट्र के प्रो सीमा प्रदीप जोशी शामिल हैं. वहीं टीम के मेंबर कोआर्डिनेटर के रूप में गुलबर्गा विवि के डॉ भाष्कर एवं जोशी टीम के साथ होंगे.
गांधी सदन में ठहरेगी टीम
दरभंगा : नैक की टीम के ठहरने की व्यवस्था गांधी सदन(यूरोपियन गेस्ट हाउस)में की गयी है. इसे देखते हुए गांधी सदन को पूरी तरह सुसज्जित किया जा रहा है. यहां की व्यवस्था देखने के लिए विवि प्रशासन की ओर से डॉ ध्रुव कुमार को अधिकृत किया गया है. वही गांधी सदन के लिए नये फैशनेबुल फर्नीचर यथा बार्डरोब, सेंटर टेबुल, सोफा, साइड टेबल, आलमीरा, बल्ब, परदा आदि की व्यवस्था की गयी है.
तैयारी अंतिम चरण में
नैक निरीक्षण को लेकर विवि मुख्यालय एवं पीजी विभागों में युद्धस्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप देने में विवि प्रशासन मुस्तैदी से जुटा हुआ है. विवि एवं विभिन्न विभागों के प्रोफाइल तैयार किये जा चुके हैं.
वहीं सौंदर्यीकरण को भी अंतिम रूप देने का प्रयास किया जा रहा है. विभिन्न कोषांगों के बैनर पूरे परिसर में लगाये गये हैं. सभी विभागों एवं कार्यालयों को सुसज्जित करने का काम जारी है. पूरा विवि प्रशासन नैक निरीक्षण के सफलतापूर्वक समापन में जुटा हुआ है.
सफाई में जुटे कर्मी-अधिकारी
टीम के आगमन से पूर्व सभी कार्यालयों व विभागों में सोमवार को साफ -सफाई का दौर जारी रहा. कुलपति कार्यालय, प्रतिकुलपति कार्यालय, परीक्षा विभाग, कुलसचिव कार्यालय, लेखा शाखा, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, डब्ल्यूआइटी सहित विभिन्न कार्यालयों एवं विभागों में कर्मी व अधिकारी साफ -सफाई मेंजुटे रहे.
कुलपति ने लिया जायजा
कुलपति डॉ साकेत कुशवाहा विभिन्न कार्यालयों में जाकर वहां की साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं को जायजा लेते रहे.
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