आपातकालीन विभाग को छोड़ अन्य विभागों में काम से अलग रहे जूनियर चिकित्सक
Advertisement
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से चिकित्सा व्यवस्था चरमरायी
आपातकालीन विभाग को छोड़ अन्य विभागों में काम से अलग रहे जूनियर चिकित्सक चिलचिलाती धूप में बिना इलाज के वापस हुए सैकड़ों मरीज व परिजन वरीय चिकित्सकों को काम करने से रोका पश्चिम बंगाल में मामले को लेकर की गयी एक दिवसीय हड़ताल दरभंगा : डीएमसीएच में जूनियर चिकित्सकों की हड़ताल के कारण शुक्रवार को […]
चिलचिलाती धूप में बिना इलाज के वापस हुए सैकड़ों मरीज व परिजन
वरीय चिकित्सकों को काम करने से रोका
पश्चिम बंगाल में मामले को लेकर की गयी एक दिवसीय हड़ताल
दरभंगा : डीएमसीएच में जूनियर चिकित्सकों की हड़ताल के कारण शुक्रवार को अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था ठप हो गयी. इसका व्यापक असर सेन्ट्रल व गायनी ओपीडी में देखा गया. दूर- दराज से आये सैकड़ों मरीज व परिजन बिना इलाज कराये वापस लौट गये. भीषण गर्मी में करीब दो हजार से अधिक मरीज व परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ा. मरीजों को लाने व वापस ले जाने को लेकर एम्बूलेंस व अन्य गाड़ियों का आना- जाना लगा रहा.
सभी गाड़ियों को मेन गेट से वापस होना पड़ रहा था. जूनियर चिकित्सकों के कार्य बहिष्कार के कारण मरीजों को उसी गाड़ी से दूसरे अस्पताल ले जाया जा रहा था, जिससे वे डीएमसीएच पहुंच रहे थे. हालांकि आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था पूर्ववत रही. वहां अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा भीड़ देखने को मिली. इससे अफरा- तफरी मची रही.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में 10 जून को चिकित्सक के साथ मारपीट मामले में चिकित्सक सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. सरकार ने मांग को दरकिनार करते हुये चिकित्सक पर ही कार्यवाई कर दी. इससे आक्रोशित यहां के जूनियर चिकित्सक ने शुक्रवार को एक दिवसीय हड़ताल की.
मेन ओपीडी में लगा दिया ताला
सामान्य दिनों की भांति ओपीडी का मेन गेट आठ बजे खुला. गेट खुलते ही निबंधन काउंटर पर मरीजों की लंबी कतार लग गयी. उसी समय कुछ जूनियर चिकित्सक वहां पहुंचे. उन्होंने कर्मियों को पर्ची नहीं काटने को कहा. इसी बीच वहां मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी. भीड़ को देखते हुये कर्मियों ने पर्ची काटना शुरु किया.
8.30 बजे से करीब नौ बजे तक 132 मरीजों का पर्ची काटा गया. इसके बाद जूनियर चिकित्सकों ने निबंधन कांउटर में ताला जड़ दिया. कुछ विभागों में कार्यरत वरीय चिकित्सकों को काम करने से रोक दिया. गायनी विभाग के ओपीडी में केवल सात मरीजों का इलाज के लिये पर्ची काटा गया.
भीषण गर्मी में परेशान थे मरीज व परिजन: शुक्रवार को त्वचा को झुलसाने वाली कड़ी धूप ने सभी का जीना मुहाल कर रखा था. उपर से आग बरसा रहे सूर्य तो नीचे जूनियर चिकित्सकों की हड़ताल ने मरीज व परिजनों को मुश्किल में डाल रखा था. पसीने से तड़ मरीज व परिजन इलाज के लिये किसी तरह डीएमसीएच पहुंच तो रहे थे पर हड़ताल के कारण उनको बिना इलाज कराये वापस जाना पड़ रहा था.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement