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संस्कृति के प्रति युवाओं में जगाएं गौरव का भाव

मिथिला विभूति पर्व. मंत्री विनोद नारायण झा बोले दरभंगा : त्रिदिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह के तीसरे दिन के कार्यक्रम का पूर्व मंत्री डॉ सीपी ठाकुर, मंत्री महेश्वर हजारी, विनाेद नारायण झा, नगर विधायक संजय सरावगी, संस्थान के महासचिव डॉ वैद्यनाथ चौधरी बैजूद ने दीप प्रज्वलित कर किया. मंत्री विनोद नारायण झा ने मिथिला की […]

मिथिला विभूति पर्व. मंत्री विनोद नारायण झा बोले

दरभंगा : त्रिदिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह के तीसरे दिन के कार्यक्रम का पूर्व मंत्री डॉ सीपी ठाकुर, मंत्री महेश्वर हजारी, विनाेद नारायण झा, नगर विधायक संजय सरावगी, संस्थान के महासचिव डॉ वैद्यनाथ चौधरी बैजूद ने दीप प्रज्वलित कर किया. मंत्री विनोद नारायण झा ने मिथिला की संस्कृति तथा मैथिली के वैशिष्ट्य को रेखांकित करते हुए कहा कि लगातार इसमें क्षरण आ रहा है. इसके लिए यहां के लोगों को अपने क्षेत्र की भाषा व संस्कृति के प्रति गौरव का भाव जगाना होगा.
खासकर नयी पीढ़ी को इस ओर प्रेरित करना होगा. इस अवसर पर सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने महाकवि विद्यापति को सर्वहारा का साहित्यकार करार दिया.
खचाखच भरा था पंडाल : पहले दो दिनों की तुलना में माहौल पूरी तरह से बदला हुआ था. कॉलेज परिसर में सजा विशाल पंडाल खचाखच भरा था. दरी तथा कुर्सियां शाम से ही भरी हुई थी. बैठने के लिए जगह नहीं मिलने की वजह से बड़ी संख्या में लोग खड़े थे. मंच तैयार था. अवसर था विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान में चल रहे समारोह के अंतिम दिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का. आसमान में चांदनी छिटक रही थी. उसकी रोशनी की चमक आज की रात कुछ ज्यादा ही नजर आ रही थी.
मिट्टी की सौंधी खुशबू बिखेरते लोकगीतों के मधुर बोल वातावरण में मिठास घोल रहे थे. युवा दर्शक-श्रोताओं का उत्साह छलक रहा था. मैथिली मंच के नामचीन कलाकार अपनी प्रस्तुति दे रहे थे. माहौल पूरी तरह संगीतमय हो गया था.
शनिवार की शाम ढलने के साथ ही आयोजन स्थल पर श्रोताओं का जुटना शुरू हो गया था. आठ बजते-बजते पूरा परिसर भर गया. कार्यक्रम की शुरूआत भगवती वंदना से हुई. विद्यापति संगीत के साथ ही लोकगीतों की प्रस्तुति जैसे ही शुरू हुई, दर्शक झूम उठे. कुंज बिहारी मिश्र, रामबाबू झा, नलिनी चौधरी, रंजना झा, सुरेश पंकज, अरविंद कुमार झा, ओम प्रकाश सिंह, माधव राय, पूनम मिश्र, कृष्ण कुमार कन्हैया, मैथिली ठाकुर, डॉ सुषमा झा, दुखी राम रसिया, केदारनाथ मिश्र, कुमकुम झा सहित करीब चार दर्जन कलाकारों की प्रस्तुति पूरी रात चलती रही. शास्त्रीय धुन पर जहां श्रोता मंत्रमुग्ध होते रहे, वहीं लोकधुनों पर थिरकने के लिए मजबूर हो गये.
बीच-बीच में रामसेवक ठाकुर ने श्रोताओं को खुब गुदगुदाया. उनके मंच पर आते ही ठहाकों से पूनम की रात खिलखिला उठी. नलिनी चौधरी की शास्त्रीय नृत्य ने माहौल में भक्ति के रस घोल दिये. मालूम हो कि यह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम रविवार को दिन चढ़ने तक जारी रहेगा. श्री ठाकुर ने एनडीए सरकार की ओर से मिथिलाके लिए विकास के लिए किये गये कार्य को रेखांकित करते हुए इसकी प्रगति के लिए प्रतिबद्धता दुहरायी.
साथ ही क्षेत्र की उन्नति व संस्कृति के संरक्षण के लिए नयी पीढ़ी से आगे आने का आह्वान किया.वहीं रंगारंग कार्यक्रम के दौरान धरोहर मंच के कलाकारों ने समां बांधा, वहीं उषा पासवान ने अपनी नृत्य से मन मोह लिया. राम कुमार मल्लिक व समित कुमार मल्लिक की शास्त्रीय प्रस्तुति ने माहौल को और गाढ़ा कर दिया.

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