दरभंगा : जिला के चर्चित शातिर अपराधी अमित कुमार यादव उर्फ सलमान को सोमवार को न्यायालय ने दस वर्ष की सश्रम कारावास की सजा सुनाई है. बता दें कि लहेरियासराय थाना क्षेत्र के अभंडा निवासी राजेंद्र यादव के पुत्र सलमान पिछले एक दशक से आतंक का पर्यायी बन गया था. उसके खिलाफ दरभंगा के विभिन्न थाने, पटना व समस्तीपुर में करीब डेढ़ दर्जन हत्या, लूट, राहजनी, डकैती, आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं. सलमान वर्ष 2012 में तब चर्चा में आया जब उसने दारोगा संतोष कुमार को गोली मारकर घायल कर दिया. बता दें कि दारोगा संतोष उसे गिरफ्तार करने के लिए पीछा कर रहे थे.
पकड़े जाने के डर से सलमान ने फायरिंग कर दी. गोली दारोगा के हाथ में लगी. पांच साल बाद भी आज तक वह गोली दारोगा के हाथ से नहीं निकल पाया है. हालांकि इस घटना के करीब डेढ़ साल बाद पुलिस ने सलमान को गिरफ्तार कर लिया. तब से आज तक सलमान सलाखों के पीछे है. हालांकि जेल में भी सलमान अपना राज कायम कर रखा है.
सलमान के विरुद्ध दर्ज हैं कई मामले : अमित कुमार यादव उर्फ सलमान के विरुद्ध लहेरियासराय थाने में लूट व आर्म्स एक्ट के कांड संख्या 22/2008, 198/2008, 409/2009, 558/2010, 223/2012, 490/2013 के अलावा जेल से रंगदारी मांगने और कैदियों के साथ मारपीट करने के चार अन्य मामले भी दर्ज है. वहीं सदर थाना सोनकी थाना कांड संख्या 362/2009, विश्वविद्यालय थाना में हत्या कांड संख्या 88/2012, बहेड़ा थाना में हत्या कांड संख्या 295/12, पटना के बहादुरपुर थाना में कांड संख्या 68/2010, समस्तीपुर के मुफ्फसिल थाना में कांड संख्या 193/13, 484/13 व समस्तीपुर के ही नगर थाना कांड संख्या 144/12 दर्ज है.
सीसीए की भी हो चुकी है कार्रवाई : अमित कुमार यादव उर्फ सलमान के विरूद्ध पुलिस सीसीए की भी कार्रवाई कर चुकी है. जानकारी के अनुसार सलमान के विरूद्ध सीसीए की धारा 12(2) के तहत 11 फरवरी 2014 के द्वारा 10 फरवरी 2015 तक जिला बदर किया गया था. सलमान का नाम दंगा पंजी में भी संधारित है.
जेल में शातिर सलमान का चलता है राज
सलमान बाहर में तो अपराध करता ही था, जेल जाने के बाद भी उसकी मानसिकता नहीं बदली. जेल के भीतर वह अपना राज कायम कर रखा था. जानकारी के अनुसार सलमान जेल आने वाले नये बंदियों व बाहर के भी लोगों से फोन कर रंगदारी की मांग करता था. इसको लेकर जेल प्रशासन द्वारा सलमान के विरूद्ध लहेरियासराय थाने में चार प्राथमिकी दर्ज करवायी है. इतना ही नहीं, सलमान के खौफ के कारण जेल प्रशासन ने उसे केंद्रीय कारा में भेजने की अधिकारियों से अपील की थी. जेल प्रशासन के अनुरोध पर सलमान को वर्तमान में केंद्रीय कारा भागलपुर भेजा जा चुका है.