रामनगर (बगहा) : जंगली भैंसे को हमले में रामनगर इलाके के दो लोगों की मौत हो गयी. इसमें एक वनकर्मी शामिल है. देर शाम जेसीबी की चपेट में आने से भैंसा भी मर गया. वो नेपाल के चितवन नेशनल पार्क से भटक कर रिहायशी इलाके में आ गया था.
भैंसे को देखने के लिए आसपास के एक दर्जन गांवों के लोग मौके पर इकट्ठा हो गये थे. जिस समय भैंसा मारा गया, उस समय वो परसौनी के पोखरा टोली गांव के सरेह में गन्ने के खेत में था.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, सुबह परसौनी गांव के जगन्नाथ महतो अपने खेत में भिंडी तोड़ रहे थे.तभी भैंसे ने उन पर हमला कर दिया, जिसमें वो गंभीर रूप से जख्मी हो गये. जगन्नाथ महतो को पहले इलाज के लिए रामनगर के अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें बेतिया भेज दिया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी.
ग्रामीणों ने इसकी सूचना रेंज ऑफिस को दी. रेंजर के नेतृत्व में वन कर्मियों की टीम पहुंची. ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि भैंसा गन्नों के खेत में छुपा है. टीम के सदस्य पटाखा फोड़ते हुए गन्नों के खेत में गये. इसी दौरान भैंसे ने टाइगर टेकर सुनील महतो
जंगली भैंसे के पर हमला कर दिया. इससे सुनील की मौके पर ही मौत हो गयी.
रेंजर को बनाया बंधक
टाइगर ट्रैकर सुनील महतो की मौत के बाद लोगों का गुस्सा बढ़ गया. इन्होंने रघिया रेंज के रेंजर विजय शंकर चौबे को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. उनका कहना था कि जंगली भैंसा खूनी हो गया है.
वह लोगों को मार रहा है. इसलिए उसको मार डाला जाये. जबकि, वन अधिकारी भैंसे को मारने के पक्ष में नहीं थे. इसी को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश भड़क गया. उनका कहना था कि वन अधिकारी भैंसे को नहीं मार सकते हैं तो आदेश दें, हम लोग भैंसे को मार डालेंगे.
इधर, डीएफओ आलोक कुमार ने बताया कि भैंसे के हमले दो लोगों की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि सुनील महतो मंचगवा का रहनेवाला था.
इधर, भैंसे के हमले से गांव के लोग भयभीत हो गये. भैसे ने पास के सरेह में गन्ने के खेत में डेरा जमा लिया. इस बीच बड़ी संख्या में आसपास के गांवों के लोग मौके पर पहुंच गये.वन विभाग के अधिकारियों ने शाम के समय भैसे की खोज में जेसीबी मशीन को लगाया, जिसकी मदद से गन्ने के खेत में भैंसे की खोज की जाने लगी.
इसी बीच भैंसे ने जेसीबी मशीन पर हमला कर दिया. वो सींग से लगातार मशीन पर मार रहा था.इस दौरान उसकी दोनों सींग टूट गयी, लेकिन उसने मशीन पर हमला जारी रखा. इसी दौरान जेसीबी के चालक को लगा कि मशीन पलट जायेगी. इस वजह से उसने जेसीबी को चला दिया, जिसकी चपेट में आने से शाम के समय लगभग पौने छह के आसपास भैंसा भी मर गया. भैंसे के मरने पर आसपास के गांवों को लोगों ने राहत की सांस ली.