बेतिया : जिले में सोमवार को आयी भयंकर बाढ़ की सूचना पर वन के कटाव का खतरा बढ़ गया है. वन के हजारों एकड़ क्षेत्र बाढ़ व कटाव से प्रभावित हैं. वन के कटाव को रोकने तथा वन जीवों के संरक्षण के लिए विभागीय निर्देश पर पदाधिकारियों की टीम का गठन किया गया है. टीम में शामिल वन विभाग के पदाधिकारियों का जत्था वाल्मीकिनगर, भिखनाठोरी, मंगुराहा समेत अन्य बाढ़ प्रभावित वन क्षेत्रों के लिए रवाना हो गयी. बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे गौनाहा के मंगुराहां रेंज अंतर्गत भिखनाठोरी व अन्य क्षेत्र तथा वाल्मीकिनगर के कई इलाके में विशेष रूप से बाढ़ से प्रभावित बताये गये हैं.
इस टीम में वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के निदेशक सह वन संरक्षक एस चंद्रशेखर, वन प्रमंडल पदाधिकारी बेतिया हेमंत पाटिल के साथ आधा दर्जन वनकर्मी शामिल हैं. वन प्रमंडल पदाधिकारी हेमंत पाटिल ने इसकी पुष्टि की. जानकारी के अनुसार वन विभाग की टीम वाल्मीकिनगर पहुंचकर वहां वनों के कटाव के लिए चिह्नित स्थलों पर जायेगी और कटाव रोकने के लिए कारगर कदम उठायेगी. बताया गया है कि ये टीम कटाव रोकने के पानी के बहाव पर नियंत्रण को विभाग के पदाधिकारी ट्रैक्टर व ट्रॉलियों को संवेदनशील स्थलों पर लाने का निर्देश दिया है. ताकि पत्थर के जरिए कटाव पर नियंत्रण पाया जा सके. बताया गया है कि वाल्मीकिनगर के जरलहिया, मदनपुर, टंकी बाजार आदि क्षेत्र विशेष रूप से प्रभावित बताये गये हैं. सूचना के अनुसार वन क्षेत्र में तेजी से हो रही कटाव व वन्य जीवों के बाढ़ की पानी में बहने की सूचना रेंज के पदाधिकारियों ने वरीय पदाधिकारियों को दी थी. इसके आलोक में टीम विभिन्न स्थलों पर पहुंचकर कैंप कर रही है.