मोतिहारी : फर्जी प्रमाण पत्र पर टीइटी शिक्षक नियोजन मामले में समय सीमा समाप्त होने के बाद भी जिले के 21 प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जवाब नहीं दे पाये हैं. ऐसे में फर्जी शिक्षकों को संरक्षण देने में इन लोगों की भूमिका संदेहास्पद हो गयी है. इन लोगों पर विभागीय कार्रवाई की गाज गिरे तो आश्चर्य नहीं. यहां उल्लेख है कि डीइओ वर्षा सहाय द्वारा जिले के सभी 27 बीइओ से 31 जनवरी 17 तक जवाब देने को कहा गया था कि टीइटी के आधार पर नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जो सूची दी गयी है, उसके अतिरिक्त एक भी शिक्षक मेरे प्रखंड में नहीं हैं और न ही वेतन भुगतान ले रहे हैं.
पत्र 12 जनवरी को जारी हुआ था. इसको ले करीब आधा दर्जन बीइओ ने जवाब दिया है और शेष बीइओ निर्धारित समय बीतने के एक सप्ताह बाद तक जवाब नहीं दे पाये हैं. विभाग की शंका जवाब नहीं देनेवाले बीइओ पर बढ़ गयी है. ऐसे में नये सिरे से प्रखंडवार टीइटी शिक्षकों के भुगतान की सूची व बीइओ द्वारा पूर्व में दी गयी सूची का मिलान किया जायेगा. पकड़े जाने पर संबंधित बीइओ की गर्दन फंस सकती है.