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बनी डीपीआर, नहीं शुरू हुआ निर्माण

उदासीनता. शहर को दो भागों में बांटनेवाले मोतीझील पर बने पुल की हालत जर्जर मोतीझील सहित शहर के विभिन्न भागों में छह पुल प्रस्तावित हैं, लेकिन एक का कार्य भी शुरू नहीं हो सका है. आश्चर्य तो यह धनौती पुल के लिए आवंटित राशि काम नहीं शुरू होने के कारण लौटने की कगार पर पहुंच […]

उदासीनता. शहर को दो भागों में बांटनेवाले मोतीझील पर बने पुल की हालत जर्जर

मोतीझील सहित शहर के विभिन्न भागों में छह पुल प्रस्तावित हैं, लेकिन एक का कार्य भी शुरू नहीं हो सका है. आश्चर्य तो यह धनौती पुल के लिए आवंटित राशि काम नहीं शुरू होने के कारण लौटने की कगार पर पहुंच गयी है.
मोतिहारी : शहर के पूर्वी और पश्चिमी भाग को जोड़ने वाला मुख्य पथ का झील पुल आवागमन के लिए महत्वपूर्ण है. इसका निर्माण ब्रिटिश काल में ही हुआ था. पुल के बीच का लोहा का मोटे बिंब को नीचे से जंग खा गया है और अब यह झूल रहा है.
दोनों किनारे भी जर्जर हैं जो भारी वाहन के गुजरते समय कंपन करता है. पुल झुलते लोहे के बिंब के साथ कभी भी ध्वस्त हो सकता है. इसके ध्वस्त होते ही शहर की लाइफ लाइन चौपट हो जायेगी. हालांकि इस पुल के साथ पथ पर बनने वाले एक अन्य पुल का डीपीआर तैयार है, लेकिन विभागीय प्रक्रिया के कारण काम आगे नहीं बढ़ पाया है.
शहर में बनने हैं छह पुल
शहर में कुछ छह पुल के निर्माण का प्रस्ताव है. झील पथ पुल के अलावे रोइंग क्लब से श्रीकृष्ण नगर तक झील के ऊपर धनुषाकार पुल निर्माण के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर वर्ष 2013 में डीपीआर बना. क्रमश: सात और आठ करोड़ 50 लाख का, लेकिन पुल निर्माण की दिशा में निर्माण कार्य धरातल से दूर है. इसके अलावे केंद्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह ने शहर के द्वार देवी स्थान से बेलबनवा को जोड़ने के लिए सिंगल लेन स्कूपाइल्स पुल निर्माण का प्रस्ताव अपने कोष से दिया है,
ताकि बाजार क्षेत्र से घर लौटने में लोगों को जाम से मुक्ति मिल सके. इसके अलावे राजाबाजार से अरेराज पथ को जोड़ने के लिए धनौती नदी पर पुल स्वीकृत है. वहीं, कचहरी हॉल्ट व चांदमारी गुमटी पर आरओबी निर्माण की स्वीकृति मिल चुकी है. कुल मिलाकर शहरी क्षेत्र में छह पुल निर्माण विभागीय प्रक्रिया व अधिकारियों की उदासीनता के कारण नहीं बन पा रही है.
धनौती पुल की लौट जायेगी राशि
बलुआ आरओबी के साथ राजाबाजार से अरेराज पथ को जोड़ने के लिए धनौती नदी पर करीब ढाई करोड़ की लागत से पुल का प्रस्ताव था, लेकिन अधिकारी व जनप्रतिनिधियों के उदासीनता के कारण पुल पथ के लिए आज तक जमीन नहीं मिला. इरिकॉन के प्रोजेक्ट मैनेजर शंकर सिंह ने कहा कि आरओबी का कार्य समाप्त है. कुछ भाग में नाला निर्माण चल रहा है. जमीन शीघ्र नहीं मिली तो आवंटित राशि
लौट जायेगी.
शहर में प्रस्तावित छह पुलों का निर्माण अटका
पुल के झूल रहे हैं अधिकांश
खंभे
धनौती नदी पुल की ढाई करोड़ राशि लौटने की स्थिति में
दो पुलों के निर्माण के िलए तैयार है डीपीआर और एक सांसद कोष से प्रस्तावित
दो मुख्यमंत्री कर चुके हैं झील व पुल का निरीक्षण
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सेवा यात्रा के दौरान अप्रैल 2012 में जर्जर पुल की जगह धनुषाकार पुल बनाने का निर्देश देते हुए झील सौंदर्यीकरण के संबंध में भी निर्देश दिया. फिर नवंबर 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जर्जर पुल की जगह नया पुल व रोइंग क्लब के पास भी पुल निर्माण की आवश्यकता बताते हुए डीपीआर की मांग की. डीपीआर तैयार हुआ, लेकिन अभी तक विभागीय प्रक्रिया में है.
प्रस्तावित पुलों पर एक नजर
मुख्य झील पुल दो भागों में बंटे शहर को जोड़ता है
रोइंग क्लब से श्रीकृष्णनगर एलएनडी कॉलेज रोड
द्वार देवी स्थान से बेलबनवा सिंगल लेन पुल
राजाबाजार से धनौती नदी पर पुल अरेराज पथ
चांदमारी गुमटी आरओबी का हुआ स्वाॅयल टेस्ट
एनएच 28 को जोड़ने के लिए कचहरी गुमटी आरओबी
अिभयंता ने किया निरीक्षण
पीडब्ल्यूडी के कनीय अभियंता गोपाल कुमार ने झील पथ का मंगलवार को निरीक्षण किया. पुल पुराना और कमजोर है. अन्य पुलों का डीपीआर तैयार कर लिया गया है जो विभागीय प्रक्रिया में है.
उदासीनता से नहीं
बना पुल
सरकारी उदासीनता के कारण झील पर प्रस्तावित पुल नहीं बन रहा है. झील पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता है. धनौती पुल के लिए जमीन न मिलना उदासीनता को दर्शाता है.
प्रकाश अस्थाना, मुख्य पार्षद, नप

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