मोतिहारी : नरसिंह बाबा मंदिर परिसर में श्रीराम कथा अमृत वर्षा आयोजन के नव दिवसीय कथा कार्यक्रम में देवरिया के रामकथा वाचक संत सुधीर जी महाराज ने कहा कि संत स्वभाव से ही दयालु और कोमल होते है. उनके दर्शन से पाप का भी नाश होता है. आगे की कथा में संत ने सीता-अनसुइया के मिलन प्रसंग की चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि अनसुइया ने सीता को पतिवर्त्य धर्म का उपदेश दिया. इस प्रसंग का आधार लेकर संत ने
कहा कि किसी कन्या को पति उसके पुरुषार्थ से नहीं भाग्य से मिलता है. इसलिए पति की प्राप्ति भाग्य का फल मानकर तन-मन और वाणी से उनकी सेवा करना पत्नी धर्म है. मौके पर प्रो राम निरंजन पांडेय, लक्ष्मी नारायण, नगर प्रमुख प्रकाश अस्थाना, विधायक प्रमोद कुमार, विनय कुमार वर्मा, श्याम नंदन पांडेय, अमरेंद्र सिंह, भोला नाथ सिंह सहित भारी संख्या में श्रोता उपस्थित थे.