चाचा की जमीन बनी हत्या का कारण
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दुकानदार हत्याकांड. लल्लू की नहीं हुई थी शादी, दिलीप के कब्जे में थी संपत्ति
चाचा की जमीन बनी हत्या का कारण हत्याकांड में आठ लोगों पर प्राथमिकी पट्टीदार मांग रहे थे जमीन में हिस्सा मोतिहारी : कोटवा थाना अंतर्गत नवादा चौक पर मोबाइल दुकानदार दिलीप सिंह की संपत्ति विवाद में गोली मार हत्या की गयी. नवादा चौक स्थित जिस ढाई बीघा जमीन पर दिलीप सिंह का कब्जा था, वह […]
हत्याकांड में आठ लोगों पर प्राथमिकी
पट्टीदार मांग रहे थे जमीन में हिस्सा
मोतिहारी : कोटवा थाना अंतर्गत नवादा चौक पर मोबाइल दुकानदार दिलीप सिंह की संपत्ति विवाद में गोली मार हत्या की गयी. नवादा चौक स्थित जिस ढाई बीघा जमीन पर दिलीप सिंह का कब्जा था, वह जमीन उसके चाचा लल्लू सिंह की है. बताया जाता है कि लल्लू सिंह की शादी नहीं हुई थी. उनकी देख-रेख दिलीप सिंह के पिता बिंदा सिंह करते थे.
लल्लू सिंह की मौत के बाद उनके हिस्से की सारी जमीन बिंदा सिंह ने रख ली, जबकि बिंदा सिंह के तीसरे भाई भगवान सिंह उस जमीन में आधा हिस्सा मांग रहे थे. उनका कहना था कि भाई की देख-रेख के एवज में खेती की जमीन में भले ही हिस्सा नहीं मिले, लेकिन नवादा चौक स्थित जमीन में आधा हिस्सा लेकर रहेंगे. इसे लेकर बिंदा सिंह और भगवान सिंह में टकरार बढ़ते चला गया. बात न्यायालय तक पहुंची. कई दफा पंचायती भी हुई, लेकिन विवाद का समाधान नहीं हो सका.
पुलिसिया पड़ताल में यह बात सामने आयी है कि लल्लू सिंह के हिस्से की जमीन में बंटवारा को लेकर ही दिलीप सिंह की शनिवार रात गोली मार हत्या की गयी है. दिलीप के परिजन हत्या का आरोप भगवान सिंह व उसने पुत्र राहुल सिंह पर लगा रहे हैं. घटना के बाद पुलिस ने भगवान सिंह के घर पर छापेमारी की, लेकिन घर में ताला लगा हुआ था.
औरत से लेकर पुरुष सदस्य तक फरार थे. उनके फरार रहने के कारण पुलिस का शक और गहरा हो गया है. थानाध्यक्ष भवनाथ कुमार ने बताया कि घटना को लेकर पीड़ित परिजनों ने अभी तक आवेदन नहीं दिया है. आवेदन मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
शव देख पत्नी हुई बेहोश
दिलीप की हत्या के बाद उसकी पत्नी बिनु देवी पर गम का पहाड़ टूट पड़ा. वह दहाड़ मार रोने लगी. उसको समझाने की हिम्मत किसी में नहीं थी. वहीं सात साल का लड़का शिवम कुमार, पांच साल की लड़की व दो माह का बच्चे एकटक से कभी अपनी मां को निहार रहे थे तो कभी दरवाजे पर उमड़ी भीड़ की तरफ देख रहे थे.
दिलीप के मोबाइल दुकान से ही उसके परिवार की रोजी रोटी चल रही थी. जालिमों ने दिलीप की हत्या कर उसके परिवार को बेसहारा कर दिया. शव दरवाजे पर पहुंचा तो बिनु देवी सदमे से बेहोश हो गयी. पड़ोस के लोग ने उसके बच्चे को गोद में उठा रखे थे, जबकि शिवम व उसकी बहन अपनी मां से लिपट कर रो रही थी.
शिवम ने दी मुखाग्नि
पिता को मुखग्नि उसके सात वर्षीय पुत्र शिवम ने दी. उसके हाथों में अंतिम संस्कार के सामान को देख गांव वालें भी रो पड़े. यहां बताते चले कि दिलीप मछड़गांवा का रहने वाला था. नवादा चौक के पास विवादित जमीन पर उसकी मोबाइल दुकान थी, जहां शनिवार की रात अपराधियों ने धावा बोल गोली मार उसकी हत्या कर दी.
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