मोतिहारी : नक्सलियों ने 15 और 16 फरवरी को बिहार बंद की घोषणा की है. नक्सलियों की यह बंदी बिहार-झारखंड के जोनल कमांडर प्रमोद महतो उर्फ चिराग दा के शहादत पर है. दो दिवसीय बंदी के दौरान नक्सली वारदात की संभावना को लेकर हाइअलर्ट जारी किया गया है .
ऐसी सूचना है कि बंदी के दौरान नक्सलियों द्वारा कोई बड़ी घटना को अंजाम दिया जा सकता है. इसको लेकर पूर्वी चंपारण के तमाम सरकारी-गैरसरकारी भवन, मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेल खंड सहित सीआरपीएफ कैंप, पुलिस केंद्र व सेंट्रल जेल की सुरक्षा बढा दी गयी है. खुफिया विभाग ने संभावना जतायी है कि पुलिस से बदला लेने के लिए नक्सली संगठन बंदी के दौरान खतरनाक एक्शन ले सकते है.
एसपी जितेंद्र राणा ने नक्सली बंदी को लेकर सभी थानाध्यक्षों को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है. पुलिस गश्त पर निकलने वाले पदाधिकारियों व कर्मियों को पुल पुलियों की जांच पड़ताल करते हुए आगे बढ़ने का निर्देश दिया है. इधर रेलवे सुरक्षा एजेंसी भी मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेल खंड को सुरक्षा के घेरे में ले लिया है. यहां बताते चले कि 29 जनवरी को जमुई के सोनो प्रखंड के खिजरा के पहाड़ पर पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में प्रमोद महतो उर्फ चिराग दा मारा गया था.