बक्सर. उत्तर प्रदेश के भरौली में वाहनों की जाम का असर पिछले एक सप्ताह के बाद गुरूवार को सुबह से ही दिखा. जाम के कारण गोलंबर से एनएच-922 पर चुरामनपुर तक दो पंक्तियों में वाहनों की जाम लग गई. जहां वाहन रेंगते हुए चलते रहे. जिसके कारण नगर वासियों के साथ ही गोलंबर से गुजरने वाले लोगों को जाम की झाम से घंटों परेशानी झेलनी पड़ी. जाम के कारण यात्री बसों के साथ ही विद्यालय के वाहनों का संचालन भी प्रभावित रहा. जहां ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से फेल रहा. जाम की समस्या गोलंबर पर कम हो गई थी जो गुरूवार से फिर बढ़ने लगी है. जिसके कारण फोर लेन बक्सर पटना एनएच 922 पर जाम की समस्या गुरूवार से बढ़ गई है. जहां जाम की समस्या से लोगों को फिलहाल निजात मिलता नहीं दिख रहा है. जाम की समस्या प्रतिदिन देर रात से दोपहर तक विशेष तौर पर रहती है. वाहनों को दो से तीन किलोमीटर की दूरी तय करने में 5 से 6 घंटे लग रहा है. जिससे वाहनों को भी परेशानी का सामना करना पड रहा है. वाहन रेंगकर पूरे दिन संचालित होते रहे. जिनकी गति पर रोक लगा रहा. वहीं ट्रैफिक विभाग नगर के गोलंबर टर्निंग प्वाइंट पर जाम से मुक्ति दिलाने के प्रति कार्य योजना नहीं बना पा रहा है. जिससे आम लोगों को लगातार परेशानी झेलनी पड़ रही है. जिसके कारण नगर वासियों के साथ ही जिले वासियों को प्रतिदिन समस्या से दो चार होना पड़ रहा है. साथ ही गोलंबर होकर अपने गंतव्य तक पहुंचने वाले लोगों को भी समस्या का सामना करना आम हो गई है. वाहनों को टर्निंग प्वाइंट पर सज जाने के कारण अन्य किसी भी सड़क की ओर पार करना मुश्किल कार्य होगा. जिससे गोलंबर पर अन्य सडकों पर पार करना कठिन हो गया है. वहीं इस दौरान यूपी में प्रवेश करने के साथ ही नगर में प्रवेश करना भी कठिन रहा.
टर्निंग प्वाइंट के पूर्व वाहनों के रोकने पर हो सकता है सामाधान
ट्रैफिक विभाग एवं जिला प्रशासन से कोई कार्य योजना नहीं होने के कारण ट्रक टर्निंग प्वाइंट गोल चक्कर पर दो कतारों में वाहन सज रहे है. जिसके कारण टर्निंग प्वाइंट ही पूरी तरह से जाम हो जा रहा है. जिसके कारण न केवल यूपी जाने की रास्ता जाम हो रहा है, बल्कि बक्सर पटना लेन, नगर का सिडिंकेट रोड, जासो रोड में जाने वाले वाहनों को परेशानी हो रही है. जाम की समस्या से निजात के लिए ट्रैफिक विभाग को टर्निंग प्वाइंट को खाली रखना होगा. वहीं बडे ट्रकों के टर्निंग प्वाइंट पर रांग साइड से पहुंचने वाले वाहनों को रोकना होगा. जिससे वे पहले पहुंचने के लिए रांग साइड से बडे ट्रक न पहुंच सकें. इससे काफी हद तक जाम की समस्या पर अंकुश लाग सकता है.