ब्रह्मपुर : प्रखंड में कार्यरत टीइटी से 2015 में नियुक्त शिक्षकों को एक साल के लंबित वेतन के भुगतान की आस जगी है. मालूम हो कि 2015 में प्रखंड में 125 शिक्षकों की नियुक्ति टीइटी के माध्यम से की गयी थी, जिनमें 95 शिक्षकों की नियुक्ति 15 अप्रैल 2015 के पहले हुई थी. बाकी शिक्षकों की नियुक्ति बाद में की गयी, जिसको अवैध मानते हुए तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार ने इन शिक्षकों के वेतन भुगतान पर रोक लगा कर जिला कार्यालय से मार्गदर्शन मांगा था.
इन शिक्षकों में से दो शिक्षकों हरेकृष्ण यादव और सुनैना कुमारी को फर्जी प्रमाणपत्र मामले में पहले ही सेवामुक्त किया जा चुका है. सभी शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्राथमिक शिक्षा निदेशक बिहार सरकार के मार्गदर्शन के लिए पत्र लिखा था, जिस पर प्राथमिक शिक्षा निदेशक एम रामचंद्रन ने 14 फरवरी, 2017 के प्रेषित अपने पत्र में लिखा है कि जिन शिक्षकों की नियुक्ति निर्धारित समय सीमा के पहले की गयी है. उनको वेतन निर्गत करने में कोई कठिनाई नहीं है. बीइओ रघुनाथ प्रसाद ने बताया कि इन शिक्षकों को होली के पहले वेतन मिलना कठिन है. लेकिन, मार्च में इनका बकाया वेतन जारी हो सकता है.