चौसा : मद्य निषेध दिवस के अवसर पर बननेवाली मानव शृंखला को सफल बनाने के लिए सोमवार को प्रखंड कार्यालय परिसर में बीडीओ अरविंद कुमार सिंह की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक की गयी. बैठक में शामिल प्रखंड के सभी जनप्रतिनिधि, स्वास्थ्य कर्मी, विभिन्न विभागों के कर्मी, पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए डीसीएलआर राजेश कुमार ने कहा कि 21 जनवरी को बननेवाली मानव शृंखला में सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों के क्लास पांच से ऊपर वर्ग के बच्चे व शिक्षक तथा प्रत्येक गांव से कम-से-कम एक व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चित कराना आप सभी की जिम्मेदारी है.
सभी शिक्षक अपने पोषक क्षेत्र में प्रभात फेरी लगाकर लोगों को इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगे. मानव शृंखला की माॅनेटरिंग के लिए टीम का गठन कर दिया गया है. सभी मिल कर यह कार्य करेंगे. मानव शृंखला को सफल बनाने के लिए कई अन्य दिशा निर्देश भी दिये गये. बीडीआे अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि सभी एचएम को 150-150 बच्चों को मानव शृंखला का प्रशिक्षण देने का काम दिया गया है. नशामुक्ति अभियान के तहत 21 जनवरी को चौसा प्रखंड क्षेत्र में तीस किलोमीटर लंबी मानव शृंखला बनायी जानी है,
जिसमें 45,000 लोग शामिल होंगे. चौसा में बक्सर-कोचस मार्ग के हादीपुर दइतरा बाबा मंदिर से अखौरीपुर गोला तथा चौसा-मोहनियां मुख्य मार्ग पर बनारपुर-महावीर स्थान-रामपुर होते हुए पंजरांव पुल तक करीब 24 किलोमीटर तथा चौसा-कोचस मुख्य मार्ग पर अखौरीपुर चौसा गोला से कुसुरूपा गांव तक करीब छह किलोमीटर लंबी मानव शृंखला बनायी जायेगी, जो कैमूर व रोहतास जिलों तक सटेगी. इस दौरान हरेक 200 मीटर पर एक को-ऑडिनेटर, हरेक किलोमीटर की दूरी पर एक मजिस्ट्रेट तथा हरेक पांच किलोमीटर पर जोनल मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे और प्रत्येक दस किलोमीटर पर सुपर जोनल दंडाधिकारी के रूप में तैनात रहेंगे.
शृंखला किसी भी हाल में टूटनी नहीं चाहिए. इस कार्यक्रम में लापरवाही बरतनेवालों पर कार्रवाई भी हो सकती है. इस दौरान बीइओ परमानंद कुमार, सीओ जितेंद्र कुमार सिंह, प्रखंड प्रमुख सुनीता राय के अलावे विभिन्न पंचायतों के मुखिया, बीडीसी, सरपंच समेत पीआरएस, विकासमित्र, आंगनबाड़ी सेविका, स्वास्थ्य कर्मी, किसान सलाहकार आदि सैकड़ों की तादाद में शिक्षक उपस्थित रहे.