डुमरांव़ : खलिहान में धान, किसान परेशान धान के बेहतर उत्पादन होने के बावजूद किसान परेशान है़ सरकारी स्तर पर धान खरीद शुरू नहीं हुई, जिससे किसान नकदी व अगले सिंचाई के लिए परेशान है़ धान खरीद के लिए अधिकृत पैक्स द्वारा धान में मानक से अधिक नमी की बात कह खरीदने से इनकार कर रहे है़ं खलिहान में तैयार हो चुके धान को किसान जल्द- से- जल्द बिक्री करने के चक्कर में लगे हुए है़ं लेकिन अनुमंडल के किसी भी पैक्स द्वारा अब तक खरीदारी शुरू नहीं की गयी है़
बिहार सरकार द्वारा धान खरीद के लिए निर्धारित तिथि 1 दिसंबर तय की गयी थी़ पैक्स अध्यक्षों का कहना है कि वर्तमान में धान में नमी की मात्रा 17 प्रतिशत से अधिक है, जिससे धान खरीदना संभव नहीं है़ किसान धान तैयार करने के साथ ही रबी फसलों की बोआई व सिंचाई के साथ उर्वरक डालने के लिए नकदी पैसों की कमी महसूस करने लगे है़ं सरकारी स्तर पर समय से धान खरीद होने पर उन्हें रबी फसलों की खेती के लिए पैसों की कमी नहीं हो़ पैक्स अध्यक्षों द्वारा खरीदारी शुरू नहीं करने से किसानों के माथे पर चिंता लकीर देखने को मिल रहे है़ं किसानों के बीच सबसे बड़ी समस्या यह है कि तैयार धान को करें,
तो क्या करें. एक सप्ताह से मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है़ मंगलवार व बुधवार को अहले सुबह कुहासे व आकाश देख किसानों की चिंता बढ़ने लगी है़ किसान सत्यानंद सिंह, कृष्णानंद सिंह, संतोष कुमार सिंह, अटल सिंह, बद्री मिश्रा, बिहारी सिंह आदि का कहना है कि यदि बारिश हुई तो खलिहान में रखे धान किसान के लिए आफत बन जायेगी़ विदित हो कि लगातार किसानों से साहूकार मिल कर धान औने-पौने दाम पर धान की खरीदारी कर रहे है़ं कहते हैं पैक्स में धान बेचने पर नकदी रकम रकम नहीं मिलती. नकदी रकम से घर-गृहस्थी का कई कार्य पूरा हो जाता है़ इस वर्ष माॅनसून के साथ देने से अनुमंडल क्षेत्र में धान का बेहतर उत्पादन हुआ है़ लेकिन समय पर बिक्री व समय से धान की पैक्स द्वारा खरीदारी नहीं होना किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी़ इस ठंड में खलिहान में रखे धान व धान के बोझे को सुरक्षित रखने के लिए रात्रि प्रहर किसान रखवाली कर रहे है़ं