बक्सर : बगेनगोला थाना क्षेत्र का कुख्यात और चर्चित अपराधी रिंकू यादव आखिरकार मम्मी कार्ड में उलझ गया और फिर आरा न्यायालय में सात जनवरी को आत्मसमर्पण कर दिया. रिंकू की मां ने पुलिसिया दबिश के कारण रिंकू को यह कह दिया था कि अगर सरेंडर नहीं करोगे, तो हम जहर खाकर आत्महत्या कर लेंगे.
रिंकू की मां ने पुलिस के दबाव में आकर रिंकू को समर्पण करने के लिए दबाव डाला. जानकारी के अनुसार बगेन थाना क्षेत्र के खचरियांव गांव में रिंकू यादव को पकड़ने गयी पुलिस पर पांच जनवरी को हमला हुआ था और बचाव में पुलिस को पांच राउंड हवाई फायरिंग कर जान बचानी पड़ी थी. रिंकू यादव के बारे में पुलिस को सूचना मिली थी कि वह घर पर आया था और घर के बाहर अपने समर्थकों के साथ बरामदे पर ही था कि तभी बगेन थाने की पुलिस दलबल के साथ पहुंच गयी थी.
गिरफ्तारी से बचने के लिए और पुलिस को रोकने के लिए उसके समर्थकों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ रोड़ेबाजी शुरू कर दी थी. रिंकू यादव घटना के दूसरे दिन ही छह जनवरी को बक्सर न्यायालय में आत्मसमर्पण के लिए अपनी मां को वचन दे दिया था, मगर रिंकू के समर्थकों ने पुलिस की गुप्त रणनीति और पुलिस के आक्रामक रुख और उसके साथ मारपीट कर रोड़ेबाजी का हिसाब चुकता करने की मंशा जानने के बाद रिंकू ने बक्सर सीजेएम के यहां आत्मसमर्पण करने की बात टाल दी.
हालांकि पुलिस रिंकू के घर से लेकर न्यायालय तक रेकी कर रही थी, मगर रिंकू ने बक्सर न्यायालय में सरेंडर नहीं किया. मां का दबाव लगातार बने रहने के कारण रिंकू ने मां को यह बता दिया कि बक्सर पुलिस उसके साथ मारपीट करेगी. इसलिए वह बक्सर में सरेंडर न कर मां को दिया वचन आरा सीजेएम के यहां सरेंडर कर पूरा किया.