नावानगर : जिलाधिकारी रमण कुमार स्थानीय प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ केंद्र, नावानगर में प्रात: छह बज कर दस मिनट पर ही पहुंच गये और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को जम कर खंगाला. केंद्र में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक संजय सिंह सहित एएनएम को गायब देख डीएम गुस्से में हो गये. जब कर्मचारी से डॉक्टर के बारे में पूछा,
तो कहा गया कि केसठ के सोनवर्षा गये हैं. इस पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी परमानन्द चौधरी को तलब किया और पूरे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का जायजा लिया. जिलाधिकारी ने अपने अंगरक्षक के मोबाइल से डॉ संजय सिंह को फोन किया और कहा, डॉक्टर साहब आप कहां हैं, हमारा पैर टूट गया है, इलाज कराना है. उधर से जवाब डॉ संजय सिंह द्वारा मिला की वहां चिकित्सा प्रभारी जी हैं, उनसे इलाज करा लीजिए, फिर तुरंत दूरभाष से पूछा गया,
आप कहा हैं? तो डॉक्टर संजय सिंह ने कहा कि हम पटना में हैं. पटना से चल रहे हैं. जिलाधिकारी ने अंगरक्षक से फोन लेकर कहा कि हम डीएम रमण बोल रहे हैं. आप डॉक्टर साहब 24 घंटे अच्छा सेवा दे रहे हैं. डीएम ने फोन पर जम कर क्लास लगायी और बाद में अस्पताल में भर्ती मरीजों व कर्मियों से वार्ता की.
इसके बाद जिलाधिकारी ने अचंल कार्यालय का जायजा लिया, जहां अंचलाधिकारी को मुख्यालय में नहीं रहने के कारण उनके दूरभाष पर उनको तलब किया गया.
अंचलाधिकारी मो0 अली अहमद द्वारा दूरभाष पर सोनवर्षा में होने की सूचना दी गयी, जो झूठ निकला. आधा घंटा तक नहीं पहुंचने पर जिलाधिकारी ने दुबारा फोन लगाकर पूछा आप कहां हैं. बाद में अंचलाधिकारी मो0 अली अहमद के बारे में पता चला कि अचंलाधिकारी घर गये हैं.
जिलाधिकारी ने अंचलाधिकारी को फोन पर जम कर फटकार लगायी और मुख्यालय में हर हाल में रहने की बात कहते अनुपस्थित मिले अंचलाधिकारी पर कार्रवाई करने की बात कही. इसके बाद जिलाधिकारी ने सीडीपीओ को तलब किया.
वह भी मुख्यालय से गायब पायी गयीं. सीडीपीओ मंजु देवी को भी डीएम ने दूरभाष पर फटकार लगाते मुख्यालय में रहने की बात कही.