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आधा दर्जन छात्राएं अचानक बेहोश, चिकित्सकों ने अज्ञात बीमारी बता किया बक्सर रेफर
वीर कुंवर सिंह कृषि कॉलेज के हॉस्टल में पसरा सन्नाटा आनन-फानन में राज हस्पताल में कराया गया भरती, चिकित्सकों ने अज्ञात बीमारी बता किया बक्सर रेफर डुमरांव : वीर कुंवर सिंह कृषि कॉलेज के भोजपुर स्थित हॉस्टल में मंगलवार की रात अज्ञात बीमारी की चपेट में आने से आधा दर्जन से अधिक छात्रओं की तबीयत […]
वीर कुंवर सिंह कृषि कॉलेज के हॉस्टल में पसरा सन्नाटा
आनन-फानन में राज हस्पताल में कराया गया भरती, चिकित्सकों ने अज्ञात बीमारी बता किया बक्सर रेफर
डुमरांव : वीर कुंवर सिंह कृषि कॉलेज के भोजपुर स्थित हॉस्टल में मंगलवार की रात अज्ञात बीमारी की चपेट में आने से आधा दर्जन से अधिक छात्रओं की तबीयत अचानक बिगड़ गयी. इसकी खबर मिलते ही कॉलेज प्रबंधन के बीच हड़कंप मच गया.
असुविधाओं के बीच छात्रओं ने जैसे-तैसे रात गुजारी और बुधवार को हॉस्टल के छात्र-छात्रओं के सहयोग से निजी वाहन से भोजपुर स्थित निजी राज अस्पताल में भरती कराया गया. सभी छात्रओं को लो ब्लड प्रेशर, कै-दस्त व बेचैनी की शिकायत थी़ अस्पताल परिसर में डॉक्टर आनंद पांडेय के नेतृत्व मे जांच की गयी. स्थिति को नाजुक देख डॉक्टरों ने बक्सर के निजी अस्पताल लीलावती अस्पताल में रेफर कर दिया़
सोमवार से चल रही है परीक्षा : कृषि कॉलेज में होली के त्योहार को लेकर एक सप्ताह तक अवकाश था़ सोमवार से प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्रओं की परीक्षा का संचालन हो रहा था़ परीक्षा में शामिल होने को लेकर छात्र-छात्राएं अपने घरों से हॉस्टल पहुंचे थे. दो छात्रओं की मंगलवार की सुबह में ही तबीयत खराब हो गयी थी, जिसे तत्काल इलाज कराया गया. रात्रि पहर अज्ञात बीमारी की चपेट में बारी-बारी से आधा दर्जन छात्राएं पीड़ित हो गयीं. ऐसी स्थिति में हॉस्टल के छात्र-छात्रओं के बीच अफरातफरी का माहौल बन गया. बताया जाता है कि छह माह में इन छात्र-छात्रओं को 60 बार परीक्षा में शामिल होना पड़ता है.
सुविधाओं का घोर अभाव : कॉलेज के हॉस्टल में सुविधाओं का घोर अभाव है, जिस वजह से छात्र-छात्रओं को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. छात्र अविनाश रंजन, मृत्युजंय कुमार,अश्विनी कुमार,अरुण साहा आदि बताते हैं कि हॉस्टल में बिजली पानी, सफाई व खाने-पीने की कोई सुविधा नहीं हैं. ऐसी स्थिति में पढ़ाई में बाधा पहुंचती है़ छात्र बताते हैं कि इसकी शिकायत कई बार कॉलेज प्रबंधन से की गयी, लेकिन इस मामले में प्रबंधक उदासीनता बरत रहे है़.
गंदगी से भरा है हॉस्टल : कृषि कॉलेज में बिहार के कई जिलों से 28 छात्राएं व 42 छात्रों का नामांकन हुआ है. इनकी व्यवस्था को लेकर प्राइवेट भवनों को हॉस्टल का रूप दिया गया है.एक कमरे में दस छात्रओं की रहने की व्यवस्था की गयी है. छात्राएं बताती हैं कि रसोइया के अभाव में खाना स्वयं बनाना पड़ता है. सफाई कर्मी है, लेकिन कभी-कभार ही सफाई होती है़ हॉस्टल के अंदर जगह-जगह गंदगी पड़ा रहता है.
क्या कहते हैं प्राचार्य
कॉलेज के प्राचार्य डीपीएस दिवाकर कहते हैं कि होली के अवकाश में छात्राएं घर गयीं हुई थीं. त्योहार में खान-पान को लेकर छात्रओं की तबीयत बिगड़ गयी. जिनका इलाज चल रहा है. परिजनों को भी सूचना दे दी गयी है.
रेफर हुई छात्राएं
सुलेखा कुमारी-बख्तियारपुर
सारिका कुमारी-अरवल जहानाबाद
आरती कुमारी-मधुबनी
रूचिका कुमारी-गया
अनामीका कुमारी-हरनौत नालंदा
पूजा कुमारी-पश्चिमी चंपारण
जांच में आया फूड प्वाइजनिंग का मामला
बक्सर : वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमरांव के हॉस्टल में बीमारी हुई छह छात्रओं में से लीलावती अस्पताल में इलाज के बाद तीन को छुट्टी दे दी गयी. जबकि बीमार तीन अन्य छात्रओं में से दो छात्रओं में फूड प्वाइजनिंग का मामला जांच में सामने आया है. वहीं, तीसरी छात्र भी कय दस्त से पीड़ित है.
अस्पताल से डिसचार्ज हुईं लड़कियों में अनामिका, सारिका एवं पूजा शामिल हैं, जिनकी डॉक्टरों ने कय दस्त का इलाज किया था. बच्चियों को इलाज करनेवाले डॉ आर पाठक ने बताया कि बच्चियों में फूड प्वाइजनिंग के कारण कय दस्त की शिकायत थी. वैसे बच्चियों में कमजोरी भी पायी गयी.
लीलावती अस्पताल में अब सिर्फ आरती कुमारी, रुचिका कुमारी व स्लोका कुमारी का ही इलाज चल रहा है. इस संबंध में कृषि कॉलेज के सहायक प्राध्यापक पवन शुक्ला ने बताया कि होली की छुट्टियां काट कर बच्चियां हॉस्टल में आयी थी कौन क्या खाया था इसका स्पष्ट उल्लेख करना मुश्किल है.
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