बक्सर : जी हां! बक्सर अब पहले की अपेक्षा ज्यादा साफ नजर आयेगा. शहर को साफ-सुथरा और सुंदर बनाने के लिए नगर परिषद ने कार्य योजना तैयार कर ली है. शीघ्र ही इस पर अमल किया जायेगा. धर्म और उसकी आस्था से जुड़े इस शहर में पर्व-त्योहारों के मौके पर मेला लगता है. सालों भर गंगा स्नान करने वालों का रेला लगा रहता है. इसके चलते शहर में गंदगी भी ज्यादा पसरती है.
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50 घरों पर कचरा उठाव के लिए होंगे एक सफाईकर्मी
बक्सर : जी हां! बक्सर अब पहले की अपेक्षा ज्यादा साफ नजर आयेगा. शहर को साफ-सुथरा और सुंदर बनाने के लिए नगर परिषद ने कार्य योजना तैयार कर ली है. शीघ्र ही इस पर अमल किया जायेगा. धर्म और उसकी आस्था से जुड़े इस शहर में पर्व-त्योहारों के मौके पर मेला लगता है. सालों भर […]
बाहर से आनेवाले लोगों द्वारा फेंकी गयी गंदगी शहर की सूरत और बिगाड़ देती है. इसकी समुचित सफाई भी नहीं हो पाती. हालांकि इस समस्या को नगर पर्षद ने अबकी चैलेंज के रूप में लिया है. सीमित संसाधनों के बावजूद शहर को स्वच्छ रखने के लिए नगर परिषद ने कमर कस लिया है. 50 घरों पर कचरा उठाव के लिए एक सफाईकर्मी होंगे.
विशेष कार्य योजना के तहत कम संसाधन से बेहतर प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार की गयी है. बता दें कि बक्सर नगर पर्षद में जनसंख्या के अनुरूप आवश्यक सफाई संसाधनों का अभाव है. कर्मियों की भारी कमी है सो अलग. नगर परिषद में दिहाड़ी मजदूर के तौर पर 158 कर्मियों से काम लिया जाता है. नगर की आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार 1 लाख 6 हजार के करीब है, जबकि वर्तमान में नगर पर्षद की आबादी करीब दो लाख हो चुकी है.
संसाधनों का अभाव
एक किलोमीटर की साफ-सफाई के लिए कम से कम 2 मजदूर, 100 से 200 घरों पर डोर टू डोर कचरा उठाव के लिए 4 कर्मी, 50 हजार की आबादी पर एक कंपैक्टर मशीन, एक जेसीबी होना आवश्यक है. इसको देखते हुये नगर की साफ-सफाई के लिए 2 कंपैक्टर मशीन एवं 2 जेसीबी की आवश्यकता है. वर्तमान आबादी को देखते हुए भी ये संसाधन कम ही पड़ेंगे. बावजूद नगर पर्षद ने शहर को स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया है.
जेसीबी से कार्ययोजना होगी पूरी
नगर परिषद ने शहर की साफ-सफाई की जो विशेष कार्य योजना तैयार की है, उसे सीमित संसाधनों से पूरा किया जायेगा. नगर पर्षद में 158 दिहाड़ी मजदूर हैं. वहीं नगर में आबादी के अनुपात में कम से कम 2 कंपैक्टर की जगह एक कंपैक्टर मशीन, दो जेसीबी की जगह एक जेसीबी से ही कार्य योजना को अमलीजामा पहनाया जायेगा. विशेष कार्य योजना के तहत हर एक किलोमीटर पर एक झाड़ूकस, 100 से 200 घरों पर एक डोर टू डोर कचरा उठाव कर्मी, घनी आबादी वाले क्षेत्र में 50 घरों पर एक डोर टू डोर कचरा उठाव कर्मी को लगाया जायेगा.
क्या कहते हैं नगर पर्षद अधिकारी
नगर को स्वच्छ बनाने को लेकर विशेष कार्य योजना बनायी गयी है. इसके तहत डोर टू डोर कचरे का उठाव होगा. आबादी एवं बस्ती के आधार पर कर्मियों की तैनाती की जायेगी. क्षेत्र के आधार पर झाड़ूकस एवं डोर टू डोर कचरा उठाव के लिए कर्मियों की तैनाती की जायेगी. कर्मियों की कमी के कारण नप के मानकों से अलग हटकर कार्य योजना बनायी गयी है.
रोहित कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी. नगर परिषद बक्सर.
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