डुमरांव : मध्य विद्यालय सोवां में शिक्षकों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीईओ ने गुरुवार को शिक्षकों से कहा कि आपस में मिलकर स्कूल में बेहतर शिक्षा का माहौल बनाएं, नहीं तो सामूहिक शिक्षकों का स्थानांतरण कर दिया जायेगा.
इस बाबत बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद ने बीईओ से कहा कि पहले मामले की जांच होनी चाहिए. इस पर बीईओ ने दूसरे दिन जांच की बात कही और मैनेज पद्धति पर कार्य करने पर जोर दिया. इसको लेकर शुक्रवार को शिक्षक मुक्तेश्वर प्रसाद त्याग-पत्र के साथ बीआरसी पहुंचे जहां घंटों बीईओ के इंतजार करने के बाद नहीं पहुंचे. वहीं बीआरसी में मौजूद बीआरपी व अन्य कर्मी त्याग पत्र लेने से मना कर दिये. मध्य विद्यालय सोवां में जालसाजी करनेवाले शिक्षकों और एचएम तथा डुमरांव बीईओ के तानाशाही रवैया से तंग आकर शिक्षक सह बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ डुमरांव प्रखंड अध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद ने त्याग-पत्र देना चाह रहे हैं.
शिक्षक का कहना है कि स्कूल के एचएम अपनी हाजिरी घर पर बनाते हैं. इतना ही नहीं उनके करीबी शिक्षक भी विद्यालय नहीं भी आते हैं तो भी उनकी हाजिरी घर जाकर बनवा दी जाती है. इसी बात को लेकर शिक्षक मुक्तेश्वर प्रसाद ने एचएम से बात की तो एचएम एवं उनके करीबी शिक्षकों का कहना है कि यह एचएम का अधिकार है कि किसको छूट देनी है, किसको नहीं. इसी बात को लेकर बुधवार को विद्यालय में तनाव हो गया.
बात डुमरांव बीईओ तक पहुंची जिस पर बीईओ द्वारा जांच न करके मैनेज पद्धति से चलने की बात कही गयी. शिक्षक मुक्तेश्वर प्रसाद ने कहा कि एचएम द्वारा ली गयी छुट्टी का आवेदन जो वायरल हुआ है, उससे मालूम होता है कि एचएम गलत तरीके से हाजिरी बनाते हैं. इस संबंध में बीईओ विजय कुमार ने कहा कि विभागीय कार्यों से जिला मुख्यालय में था. मैं पता लगा रहा हूं. वहीं मध्य विद्यालय सोवां के एचएम ललन आर्य अपने पर लगे आरोप को बेबुनियाद व निराधार बताया. उन्होंने कहा कि या तो मेरा स्थानांतरण हो, नहीं तो विवादित शिक्षकों का, जिससे स्कूल में बेहतर शिक्षा का माहौल बन सके.