बक्सर : शिक्षा को व्यवस्थित व गुणवत्तापूर्ण करने के लिए सरकार ने भवनहीन विद्यालयों को दूसरे स्कूलों के साथ टैग कर दिया है. इसके बाद भी दर्जनों ऐसे स्कूल हैं, इन्हें न तो अब तक भूमि मिल पायी है और न ही भवन ही नसीब हो पाया है, जिसके कारण स्कूल अब भी उधार के दूसरे स्कूलों के भवन में संचालित हो रहे हैं. इससे मूल स्कूल को अपने बच्चों को शैक्षणिक कार्य करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. नगर में ही ऐसे कई स्कूल हैं,
जहां तीन से चार स्कूल एक साथ शिफ्टों में चल रहे हैं. ऐसा हाल केवल नगर में ही नहीं है, ग्रामीण क्षेत्र में भी है. नगर के राजकीय बीके कन्या मध्य विद्यालय के प्रांगण में तीन अन्य स्कूल संचालित हो रहे हैं. तीनों ही स्कूल एक-एक कमरे में संचालित होते हैं. इसके साथ अहिरौली मध्य विद्यालय में एक अन्य विद्यालय संचालित होता है, जिसके कारण विद्यालय संचालन में काफी दिक्कतें होती हैं. कन्या विद्यालय में अन्य इन विद्यालयों के संचालन से समस्या होती है.
तीन दर्जन स्कूलों को नहीं है भवन : सरकार ने जिले में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए भवनहीन स्कूलों को पास के भवनवाले स्कूलों के साथ टैग कर दिया था, लेकिन इसके बाद भी जिला में तीन दर्जन स्कूल ऐसे हैं, जिन्हें न तो अबतक भूमि ही मिली और न ही भवन ही नसीब हुआ है. विभागीय अधिकारियों की मानें, तो जिले में अभी तीन दर्जन स्कूल भवनहीन हैं और वे स्वतंत्र रूप से दूसरे स्कूलों के भवन में संचालित हो रहे हैं.
नगर के एक स्कूल भवन में तीन अन्य स्कूल होते हैं संचालित : नगर के बंगाली टोला में स्थिति राजकीय बीके कन्या मध्य विद्यालय के प्रांगण में तीन अन्य स्कूल संचालित होते हैं, जिसके कारण मूल विद्यालय राजकीय कन्या मध्य विद्यालय का पठन-पाठन भी काफी बाधित होता है. इन तीनों स्कूलों के इस विद्यालय कैंपस में संचालित किये जाने से बीके कन्या मध्य विद्यालय को अन्य स्कूलों के साथ ही शिफ्टों में चलाना पड़ता है. प्रथम शिफ्ट सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक तथा दूसरा शिफ्ट 12 बजे से शाम पांच बजे तक संचालित होता है. बीके कन्या मध्य विद्यालय का भवन नवीन मध्य विद्यालय, कन्या प्राथमिक विद्यालय एवं बाल कुसुम मध्य विद्यालय एक साथ संचालित होते हैं.
जमीन की है कमी
जिले के कई जगहों पर जमीन नहीं मिली है, जिस कारण भवन का निर्माण नहीं हो पाया है. ऐसे में भवन विहीन विद्यालयों को दूसरे विद्यालयों में टैग कर दिया गया है, ताकि छात्रों को किसी प्रकार की परेशानी न हो. नगर में जमीन खोजने का प्रयास जारी है.
श्रीकृष्ण सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी