दरभंगा : बागमती फिर से उफना गयी है. शहर पर दोबारा बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. इससे वार्ड आठ, नौ व 23 के लोगों में एक बार पुन: दहशत गहरा गया है. वार्ड नौ में मुरलीमनोहर घाट के समीप नाला के रास्ते मोहल्ला में बीती रात से ही पानी प्रवेश करने रहा है. नाला से होकर नागेश्वर टोल के गोसाई पोखर में पानी तेजी से प्रवेश कर रहा है. हालांकि तेजी से पानी प्रवेश करते देख निगम प्रशासन ने आनन-फानन में नाला के मुहाने को मिट्टी भरी बोरी से जाम कर दिया है. खेत, गाछी व चौर में बाढ़ का पानी आ रहा है.
ड्योढ़ी के निचले इलाके में नदी से सटे भाग में पानी फैलने लगा है. फुलवारी मोहल्ला में नाला से नदी का पानी मिल गया है. वार्ड आठ में महावीर मंदिर घाट के तीन, मुरलीमनोहर घाट की दो तथा हजारीनाथ घाट की चार सीढ़ियां ही शेष रह गयी है. सनद रहे कि 14 जुलाई को शहरी क्षेत्र में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा था. करीब महीनाभर पश्चिमी के साथ नदी का पूर्वी इलाका बाढ़ की चपेट में रहा. बागमती नदी के रौद्र रुप को देख इन क्षेत्रों में रहने वालों को अपना घर-बार छोड़ उंचे स्थान पर शरण लेना पड़ा था.
14 जुलाई से 21 अगस्त तक बाढ़ से घिरे मोहल्ले के बिगड़े हालात पूरी तरह संभले भी नहीं हैं कि फिर से बाढ़ ने दस्तक दे दी है. जमींदोज हुये घर व अस्त-व्यस्त जीवन पटरी पर लौटने से पहले ही दूसरी बार बाढ़ शहरवासियों को डराने लगा है. बीते 10 दिनों से लगातार नदी के पानी में वृद्धि जारी है. दोबारा बाढ़ आने के डर से लोग सहमे हुये हैं.
दूसरी बार बाढ़ आने से सहमे लोगों को महामारी का भी भय अब सताने लगा है. पहली बार आयी बाढ़ का पानी अभी तक गड्ढे सहित निचली जमीन में जमा है. अब नाला से नदी के पानी का प्रवेश रोकने के लिये मिट्टी से मुहाने को बंद करने के कारण घरों के पानी का निकास अवरुद्ध हो जायेगा. जलजमाव की समस्या के साथ-साथ पहले से जमा बाढ़ के पानी के सड़ जाने के कारण लोगों को महामारी की चिंता सताने लगी है.
posted by ashish jha