चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष . सम्मान पाकर खुश दिखे स्वतंत्रता सेनानी
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सेनानियों को किया गया सम्मानित
चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष . सम्मान पाकर खुश दिखे स्वतंत्रता सेनानी आरा/जगदीशपुर/कोइलवर /तरारी/पीरो : चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने पर जिले के 259 स्वतंत्रता सेनानियों को सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया. रविवार को 10 स्वतंत्रता सेनानियों को वातानुकूलित गाड़ियों में पटना ले जाया गया था. जहां कृष्ण मेमोरियल […]
आरा/जगदीशपुर/कोइलवर /तरारी/पीरो : चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने पर जिले के 259 स्वतंत्रता सेनानियों को सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया. रविवार को 10 स्वतंत्रता सेनानियों को वातानुकूलित गाड़ियों में पटना ले जाया गया था. जहां कृष्ण मेमोरियल हॉल में उन्हें सोमवार को सम्मानित किया गया. वहीं जिले के बाकी बचे स्वतंत्रता सेनानियों तथा उत्तराधिकारियों को जिले के जिलाधिकारी तथा उनके प्रतिनिधि के रूप में पदाधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया. इस अवसर पर काफी मार्मिक दृश्य उपस्थित हो रहा था.
सम्मानित होनेवाले स्वतंत्रता सेनानी काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे थे तथा सरकार के इस अभियान से काफी प्रसन्न नजर आ रहे थे. सरकार के इस अभियान की सभी स्वतंत्रता सेनानियों ने सराहना की तथा कहा कि सरकार ने जो सम्मान दिया वह सराहनीय है. वहीं सरकार द्वारा चलाये जा रहे शराबबंदी अभियान की भूरि- भूरि प्रशंसा करते हुए स्वतंत्रता सेनानियों ने कहा कि इससे समाज में खुशहाली आयेगी तथा अपराध पर नियंत्रण पाया जा सकता है. वहीं इस बुरी लत से प्रभावित लोगों के जीवन में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. जिले के कई प्रखंडों में सरकारी पदाधिकारियों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया गया.
आरा अनुमंडल में इसके तहत स्वतंत्रता सेनानियों अनुमंडलाधिकारी नवदीप शुक्ल, कार्यपालक पदाधिकारी नजरे हसन एवं अरुणा कुमारी द्वारा उनके घर जाकर शाल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. जगदीशपुर में इस अवसर पर बीडीओ प्रभाकर कुमार द्वारा दो स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया गया. जबकि सीओ अमित कुमार द्वारा पांच स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया गया.
स्वतंत्रता सेनानियों ने सरकार के इस कदम की काफी सराहना की तथा कहा कि यह सम्मान हमारे लिए गर्व की बात है. शराबबंदी के बारे में पूछे जाने पर स्वतंत्रता सेनानियों ने कहा कि सरकार का यह कदम समाजहित में है. इससे कई लोगों का घर उजड़ने से बच जायेगा और समाज में शांति, समृद्धि एवं खुशहाली आयेगी
25 स्वतंत्रता सेनानी के आश्रितों को सम्मानित किया गया : कोइलवर में चंपारण सत्याग्रह की 100 वीं वर्षगांठ पर बिहार सरकार द्वारा प्रखंड के 25 स्वतंत्रता सेनानी के आश्रितों को सम्मानित किया गया. प्रखंड के सोनघट्टा गांव में स्वतंत्रता सेनानी स्व हृदयानन्द दूबे की 93 वर्षीय पत्नी पनबटा देवी को जिला निर्वाची पदाधिकारी विकास कुमार व बीएओ राजेश चौधरी ने उनके घर पहुंच शाल, मोमेंटो देकर सम्मानित किया.
मौके पर श्री कुमार ने कहा की कोइलवर प्रखंड में 25 स्वतंत्रता सेनानी के घर- घर पहुंच उन्हें सम्मानित किये जाने का सौभाग्य जिलाधिकारी महोदय द्वारा सौंपा गया है. प्रखंड में कुल्हड़िया की रामजीत कुंवर, नरही की सीता कुंवर, कंचन देवी, जगदीप सिंह, सुंदरी देवी, कोशीहान की दिललखो देवी, अशरफी देवी समेत 25 आश्रितों को सम्मानित किया गया. मालूम हो कि आज देशभर के 3 हजार 5 सौ स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने जा रहा है.
इस मौके पर गांव के मुखिया नंदजीत चौधरी, सुपन सिंह, फुल्टू सिंह, शिवनाथ सिंह, सिद्धनाथ दुबे, शिवशंकर दूबे, लालबाबू, शिवनारायण दुबे, अजय कुमार सिंह, अनुराग, अनन्या, नवनीत समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे. वहीं तरारी में राज्यव्यापी अभियान के तहत राज्य सरकार की ओर से भेजे गये शाल और पुस्तक देकर स्वतंत्रता सेनानी और उनके आश्रितों को सम्मानित किया गया. एसडीओ सुनील कुमार के नेतृत्व में पैतृक गांव जाकर सीओ शशिभूषण कुमार ने सम्मानित किया.
सम्मानित होने वालों में तरारी के धर्मपुरा की शांति शर्मा, मुनेश्वरी कुंअर, विंध्याचल कुंअर, जागतरनी कुंअर, नरेश पांडेय, रामबचन पांडेय, रामसिगासन सिंह, तिलेश्वर कुंअर, अनुपा कुंअर, राजवंती कुंअर, बासमति कुंअर प्रमुख हैं. वहीं पीरो में बिहार सरकार की ओर से चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष के अवसर पर स्वंत्रता सेनानियों व उनके उत्तराधिकारियों को सम्मानित किये जाने के निर्देश के आलोक में सोमवार को यहां स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने स्वतंत्रता सेनानियों के घर जाकर उनके उत्तराधिकारियों को सम्मानित किया.
पीरो प्रखंड के बचरी गांव में एसडीओ सुनील कुमार के साथ बीडीओ मनोरंजन पांडेय ने स्वतंत्रता सेनानी स्व कपिलदेव राय की पत्नी चांदवती कुंअर को सम्मान किट देकर सम्मानित किया, जबकि पीरो में स्व जंगबहादुर लाल की पत्नी रामदासी कुंअर, अगिआंव बाजार में स्व केदार साह की पत्नी मुल्कराज कुंअर, जितौरा में मोतीलाल हलवाई की पत्नी भागीरथी कुंअर और जामुआव में मोती शर्मा की पत्नी मोनाको कुंअर को बीडीओ मनोरंजन पांडेय और सीओ जयप्रकाश ने उनके घर जाकर सम्मानित किया. सरकार की ओर से सम्मान दिये जाने पर स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारी व उनके परिवार के लोग काफी खुश नजर आये.
सम्मान पाने के बाद खुशी जाहिर करते हुए रामदासी कुंअर, मुल्कराज कुंअर, भागीरथी कुंअर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि नीतीश कुमार का यह प्रयास सराहनीय है. वहीं 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान शाहाबाद क्षेत्र में ब्रिटिश हुकूमत को चुनौती देनेवाले जाने- माने स्वतंत्रता सेनानी राम वचन पांडेय को चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के अवसर पर उनके पैतृक गांव इमादपुर थाना क्षेत्र के विश्वंभरपुर गांव में राज्य सरकार की ओर से सम्मानित किया गया. एक सादे समारोह में तरारी के अंचलाधिकारी सह प्रभारी बीडीओ शशिभूषण कुमार ने उन्हें गांधी स्मृति चिह्न, गांधी टोपी व शाल देकर सम्मानित किया. अंचलाधिकारी ने कहा कि देश की आजादी में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है.
विश्वंभरपुर गांव निवासी राम वचन पांडेय ने तो 14 अगस्त 1942 को अपने अन्य साथियों के साथ अंगरेजों का स्थानीय ठिकाने के तौर पर हरपुर स्थित सरकारी डाक बंगला को ध्वस्त कर ब्रिटिश हुकूमत को खुली चुनौती दे डाली थी. तब अंगरेजी सरकार इन्हें गिरफ्तार करने के लिए हाथ धोकर पीछे पड़ी थी. इस दौरान श्री पांडेय ने अंगरेजों का क्षेत्र में आवागमन बाधित करने के लिए चौरी गांव स्थित नहर पुल को उड़ा कर उनके सामने नयी परेशानी खड़ी कर दी थी.
सोमवार को राज्य सरकार के निर्देशानुसार इन्हें सम्मानित करते समय पूर्व उपप्रमुख राजेंद्र राय, दिवाकर पांडेय, सारंगधर पांडरीतेश पांडेय, उमेशवर पांडेय, धनजी सिंह, सुशील पांडेय, ददन पांडेय सहित अन्य कई लोग मौजूद थे.
स्वतंत्रता सेनानी की पत्नी को किया गया सम्मानित : चरपोखरी. प्रखंड के मध्य विद्यालय, इटौर के प्रांगण में स्वतंत्रता सेनानी स्व सरयू सिंह की पत्नी अशरफी देवी का सम्मान समारोह के दौरान प्रतीक चिह्न भेंट किया गया.
इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार एवं अंचलाधिकारी अबू नसर ने इटौर पहुंच कर स्वतंत्रता सेनानी की पत्नी अशरफी देवी को प्रतीक चिह्न भेंट दिया गया. आयोजित सम्मान समारोह में मुकेश सिंह, शशिशेखर,अभिषेक कुमार, अरविंद सिंह एवं वकील सिंह शामिल थे.
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