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हां, मैंने ही की थी विशेश्वर की हत्या
हरेश ने उगला भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विशेश्वर ओझा हत्याकांड का राज पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त राइफल को किया बरामद कोलकाता के उत्तरपाढ़ा से एसटीएफ की टीम ने तीनों को किया था गिरफ्तार आरा : भोजपुर पुलिस विशेश्वर हत्याकांड के आरोपित हरेश मिश्र और उसके दो भाइयों को कोलकाता से ट्रांजिट रिमांड पर आरा […]
हरेश ने उगला भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विशेश्वर ओझा हत्याकांड का राज
पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त राइफल को किया बरामद
कोलकाता के उत्तरपाढ़ा से एसटीएफ की टीम ने तीनों को किया था गिरफ्तार
आरा : भोजपुर पुलिस विशेश्वर हत्याकांड के आरोपित हरेश मिश्र और उसके दो भाइयों को कोलकाता से ट्रांजिट रिमांड पर आरा लाने के बाद मैराथन पूछताछ की. सोमवार की रात से ही पुलिस कप्तान छत्रनील सिंह के साथ पूरी टीम हत्याकांड का राज उगलवाने में जुटी रही. पुलिस की सख्ती से हरेश मिश्रा टूटा और उसने कहां कि हां मैंने विशेश्वर की हत्या की है. हरेश के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया है.
पूछताछ के बाद तीनों को जेल भेज दिया गया. तीनों भाइयों को मुफस्सिल थाना लाने के बाद चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी थी. काफी लोगों की भीड़ भी थाना के आस पास जुट गयी थी. कोलकाता से सोमवार की रात हरेश व उसके दो भाइयों धनंजय मिश्रा और किशुन मिश्रा को आरा लाने के बाद पुलिस ने मुफस्सिल थाना में कैद कर लिया था. सोमवार की रात से ही पुलिस कप्तान तीनों से पूछताछ कर रहे थे. रात में उन लोगों के द्वारा पुलिस को कोई सुराग नहीं दिया. मंगलवार की सुबह पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए पूछताछ शुरू की, जिसके बाद वे तीनों टूट गये और सारी कहानी पुलिस के सामने बयां कर दी. बतादें कि कोलकाता के उत्तरपाढ़ा से एसटीएफ की टीम ने कुख्यात शिवाजीत मिश्र के पुत्र हरेश मिश्र, धनंजय मिश्र व किशुन मिश्र को गिरफ्तार किया था.
हत्या में प्रयुक्त राइफल को छुपाया था जमीन के अंदर: पूछताछ के क्रम में हरेश मिश्रा ने बताया कि हत्याकांड में प्रयुक्त की गयी राइफल को उसने सोनवर्षा बाधार में जमीन के अंदर छुपा दिया है. इसके बाद एसपी ने एक टीम का गठन किया. टीम में अपर पुलिस अधीक्षक दयाशंकर, एएसपी अभियान मो साजिद, शाहपुर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार, कारनामेपुर ओपी अध्यक्ष व डीआइयू के प्रभारी सौरभ कुमार शामिल थे. हरेश द्वारा बताये गये जगह पर टीम गयी और वहां से 315 बोर का जमीन में दबा एक रेगुलर राइफल बरामद किया गया. पुलिस ने राइफल को जब्त कर लिया है.
राजनीतिक षड्यंत्र से इनकार आपसी वर्चस्व में दिया घटना को अंजाम: पूछताछ के क्रम में हरेश मिश्रा ने राजनीतिक षड्यंत्र से इंकार किया है. सूत्रों की माने तो पुलिस पूछताछ में उसने आपसी वर्चस्व में हत्याकांड को अंजाम देने की बात स्वीकार की है.पूछताछ के दौरान काफी दबाव बनाया लेकिन हर बार उसने वर्चस्व की लड़ाई का हवाला देता हुए ही घटना को अंजाम देने की बात कही.
तीन साल से आंखमिचौनी कर रहा था हरेश : भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा हत्याकांड का मुख्य आरोपी हरेश मिश्रा पिछले तीन साल से पुलिस से आंखमिचौनी का खेल कर रहा था. एसटीएफ की टीम को भी हरेश को गिरफ्तार करने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा. चार माह से हरेश की टोह में लगी पुलिस को तीन दिन पहले सफलता हासिल हुई. हरेश मिश्रा तीन साल पहले वर्ष 2013 में उसने माको ओझा की हत्या की थी इसके बाद फरारी की ही अवधी में उसने 12 फरवरी 2016 को भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा की हत्या कर दी.
12 फरवरी को गोलियों से कर दिया
गया था छलनी : इसी वर्ष 12 फरवरी को शाम के समय करनामेपुर ओपी के सोनवर्षा गांव के बाजार पर भाजपा के तत्कालीन प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक मुन्नी देवी के जेठ विशेश्वर ओझा की हत्या कर दी गयी. शादी समारोह में जाने के क्रम में गोलियों से उन्हें भून दिया गया था. हाइ प्रोफाइल मर्डर में हरेश मिश्र व ब्रजेश मिश्र सहित पांच लोगों को आरोपित बनाया गया था.
इस मामले में फरार हरेश मिश्र के घर की कुर्की तक की गयी. अन्य आरोपित पहले ही जेल जा चुके है.दर्जन भर से अधिक मामले हैं दर्ज : हरेश पर अलग – अलग थानों में दर्जन भर से अधिक मामले दर्ज है. हत्या, अपहरण, डकैती, लूट और आर्म्स एक्ट के मामले इसमें शामिल है. सबसे अधिक मामले कारनामेपुर और शाहपुर थाना में इसके खिलाफ दर्ज है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में भी प्राथमिकी दर्ज है.
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