11.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

ओवरब्रिज के नीचे चल रहे खटाल, पिलर हो रहे खराब

आरा : पश्चिमी गुमटी पर बने रेलवे ओवरब्रिज अपनी बेचारगी पर तरस खा रहा है. रेलवे ट्रैक के ऊपर बने पुल की स्थिति काफी दयनीय है. रेलवे पुल को जोड़ने वाले बिहार सरकार द्वारा बनाये गये पहुंच पथ की भी स्थिति ठीक नहीं है. वहीं, पुल के नीचे चलाये जा रहे खटाल के कारण पुल […]

आरा : पश्चिमी गुमटी पर बने रेलवे ओवरब्रिज अपनी बेचारगी पर तरस खा रहा है. रेलवे ट्रैक के ऊपर बने पुल की स्थिति काफी दयनीय है. रेलवे पुल को जोड़ने वाले बिहार सरकार द्वारा बनाये गये पहुंच पथ की भी स्थिति ठीक नहीं है. वहीं, पुल के नीचे चलाये जा रहे खटाल के कारण पुल खराब हो रहा है. दूसरी तरफ पुल पर प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है. इससे वाहनचालकों सहित पैदल यात्रियों को काफी परेशानी होती है.

पुल पर नहीं है फुटपाथ की व्यवस्था : पुल पर फुटपाथ की व्यवस्था नहीं है. रेलवे ट्रैक के ऊपर पुल पर फुटपाथ की व्यवस्था है, पर उसकी स्थिति काफी जर्जर है. फुटपाथ कई जगहों से टूट चुका है. इस कारण पैदल यात्रियों के साथ कभी भी दुर्घटना होने का भय बना रहता है.
नगर का यह एकमात्र ओवरब्रिज है :
नगर में यही एकमात्र ओवरब्रिज है. इससे बक्सर तरफ से आनेवाले, पटना के तरफ से आनेवाले तथा सासाराम के तरफ से आनेवाले वाहन पार करते हैं. ब्रिज पर लेन निर्धारित नहीं रहने से हमेशा वाहनों के टकराने का भय बना रहता है. ब्रिज पर न तो स्थायी डिवाइडर बनाकर लेन का बंटवारा किया गया है और न ही पेंट से मार्किंग कर लेन का बंटवारा किया गया है. इससे वाहनचालकों को काफी कठिनाई होती है.
पुल पर नहीं है प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था :
पुल पर प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है. मात्र तीन स्ट्रीट लाइटें ही लगायी गयी हैं. इस कारण आधे से अधिक पुल पर रात में अंधेरा पसरा रहता है. इस कारण वाहनचालकों को वाहन चलाने में काफी कठिनाई होती है तथा दुर्घटना का भय बना रहता है. वहीं, पैदल यात्रियों को भी काफी कठिनाई होती है
.
पुल के किनारे जमे धुल से दुर्घटना का बना रहता है भय : पुल के दोनों किनारों पर लगातार सफाई नहीं होने से धुल व बालू काफी मात्रा में जमा हो गये हैं. इससे वाहनों के टायरों के फिसलने का भय बना रहता है. बरसात में तो इसका खतरा और भी बढ़ जाता है.
अंधेरे का लाभ उठाते हैं असामाजिक तत्व : पुल पर प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था नहीं रहने से अंधेरा पसरा रहता है. इसका लाभ उठाकर पुल से होकर आने-जाने वाले यात्रियों के साथ रात में असामाजिक तत्व छिनतई की घटनाओं को अंजाम देते हैं. वहीं, अन्य तरह की घटनाओं को भी उनके द्वारा अंजाम दिया जाता है.
नगर के एकमात्र ओवरब्रिज पर खतरा
गोबर व गोमूत्र से जर्जर हो रहा पिलर
पुल पर पर्याप्त रोशनी की नहीं है व्यवस्था
पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ नहीं रहने से हादसे की आशंका
ओवरब्रिज के नीचे चल रहे खटाल.
पिलरों में आ रहा क्षरण
पुल के नीचे काफी संख्या में खटाल चलाये जा रहे हैं. खटाल में रखे मवेशियों के गोबर से पुल के पिलरों में लगातार क्षरण की स्थिति बन रही है. वहीं, खटाल वालों द्वारा जमीन को खोद देने तथा अपने रहने की व्यवस्था के लिए पिलरों से छेड़छाड़ करने के कारण खतरा बढ़ गया है. मवेशियों के गोबर एवं मूत्र से ईंट व प्लास्टर दोनों जर्जर होने लगे हैं.
पुल पर आने-जाने वालों के लिए प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की जायेगी तथा पुल के किनारे जमे धुल की भी सफाई करायी जायेगी. पुल के नीचे चलाये जा रहे खटालों को जिला प्रशासन के सहयोग से हटाया जायेगा, ताकि पुल पर किसी तरह का खतरा उत्पन्न ना हो.
प्रमोद कुमार, नगर आयुक्त

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें