दर्दनाक. धड़ाम की आवाज सुनी और सन्न रह गये पुलिसवाले
Advertisement
कुरसी पर बैठे-बैठे मार ली गोली
दर्दनाक. धड़ाम की आवाज सुनी और सन्न रह गये पुलिसवाले आरा : सब कुछ कृष्णगढ थाने में सामान्य चल रहा था. कृष्णगढ़ थाने के कैंपस में लगे पेड़ के नीचे टेबुल पर बैठे थानाध्यक्ष केस सुलझाने में लगे हुए थे. अचानक गोली चली और धड़ाम की आवाज सुनायी दी. थानाध्यक्ष कुरसी से उठकर तत्काल अंदर […]
आरा : सब कुछ कृष्णगढ थाने में सामान्य चल रहा था. कृष्णगढ़ थाने के कैंपस में लगे पेड़ के नीचे टेबुल पर बैठे थानाध्यक्ष केस सुलझाने में लगे हुए थे. अचानक गोली चली और धड़ाम की आवाज सुनायी दी. थानाध्यक्ष कुरसी से उठकर तत्काल अंदर दौड़ कर भागे. अंदर उनका जूनियर एएसआई ओमप्रकाश पासवान जमीन पर गिरा पड़ा था और सर के दाहिने तरफ से खून की धारा बह रही थी.
जबकि उसका सर्विस रिवाल्वर कुछ दूर पर छिटक कर गिरा पड़ा था. एक पल के लिए वहां पहुंचे थानाध्यक्ष रामविलास तथा आरक्षियों को सन्न मार गया. मगर कुछ ही पलों बाद उसे छटपटाता देख कृष्णगढ़ थाना प्रभारी राम विलास खुद उसे उठाया और आरक्षियों के साथ मिल कर उसे सदर अस्पताल पहुंचाया.
तनाव के कारण दिया घटना को अंजाम : खगड़िया थाना क्षेत्र के शुभ गांव के रहनेवाले ओम प्रकाश पासवान करीब एक घंटा पहले से कृष्णगढ़ थाने के अंदर बने कमरे में कुरसी पर बैठ कर काफी देर से गुमशुम थे. एक आरक्षी ने आकर उनसे चाय के लिए भी पूछा था, मगर वे चुप थे. कुछ ही देर बाद उन्होंने कुर्सी पर बैठे-बैठे ही तनाव में आकर खुद को गोली मार ली.
केस मिलने के दबाव में थे ओम प्रकाश : कृष्णगढ़ थाने में एएसआइ की कमी पहले से है. एक एएसआइ छुट्टी पर हैं, जबकि कुछ दिन पहले कृष्णगढ़ क्षेत्र में हुए मर्डर के मामले में वादी थानाध्यक्ष रामविलास बने हैं, जबकि आर्म्स एक्ट के मामले में थानाध्यक्ष ने केस का
आइओ बना दिया था. एक तो पहले से ही पारिवारिक कलह का दबाव झेल रहे थे. उपर से तनाव में ही केस मिलने पर वे और परेशान हो गये. जैसा कि इन सारी बातों की चर्चा थाना में कार्यरत अधिकारी से लेकर आरक्षी तक कर रहे हैं. हालांकि इस बात की पुष्टि कोई नहीं कर रहा.
डिहरी से वापस लौटे पुलिस कप्तान : पुलिस कप्तान क्षत्रनील सिंह डिहरी गये हुए थे. घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल सदर अस्पताल पहुंचे और आरक्षी के शव की गहनता के जांच के बाद चिकित्सकों एवं कृष्णगढ थाना प्रभारी से विस्तृत जानकारी ली. उन्होंने जांच का आदेश भी दे दिया है. पुलिस कप्तान ने बताया कि परिजनों को इसकी जानकारी दे दी गयी है.
चार-पांच दिन पहले लौटे थे गांव से, थे परेशान
परिवार में भी था कलह
कृष्णगढ़ थाने के आरक्षियों की मानें, तो चार-पांच दिनों पहले गांव से लौट कर आये ओमप्रकाश पासवान काफी परेशान थे. उनका परिवार में भी कुछ कलह चल रहा था. जिसकी चर्चा अपने करीबियों के साथ अक्सर वे करते थे. इस बार जब वे वापस आये, तो पहले की अपेक्षा वे ज्यादा परेशान थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement