आरा : जिले में ठंड दिन – प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. ठंड से बचाव के लिए जिला प्रशासन के पास आपदा प्रबंधन विभाग से महज 50 हजार रुपये ही प्राप्त हुए हैं. अब सवाल यह उठता है कि 50 हजार रुपये की राशि से कहां – कहां और कितने दिनों तक अलाव जलाये जायेंगे. ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से कमर कस चुकी है.
जिलाधिकारी डॉ विरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि सभी 14 प्रखंड के अंचलाधिकारियों से ठंड में अलाव की व्यवस्था को लेकर संबंधित प्रतिवेदन की मांग की गयी है. उन्होंने कहा कि जो भी राशि उपलब्ध है, उसी में ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चौक – चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की जायेगी. सुबह और शाम के वक्त ठंड बढ़ जा रही है. ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी रिक्शा चालकों व गरीब तबके के लोगों को हो रही है. जो भी राशि है उसी से जिला प्रशासन अलाव की व्यवस्था करेगा.
ऊंट के मुंह में जीरा : अब तक जो राशि आपदा प्रबंधन विभाग से आवंटित हुई है वह महज ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. ऐसे में प्रखंडों को कितना राशि भेजा जाये ये किसी को समझ में नहीं आ रहा है.राहत की बात ये है कि दिन में धूप निकल जा रहा है, पहाड़ों में हुई बर्फबारी से मैदानी भागों में ठंड और कनकनाहट बढ़ गयी है.
जिससे आम जन – जीवन पूरी तरह से अस्त – व्यस्त हो गया है. ठंड के कारण लोग शाम होते ही घरों में दूबक जा रहे है. ठंड से बचाव व अलाव के लिए राशि संबंधित प्रतिवेदन की जिलाधिकारी द्वारा मांग की गयी है. लेकिन अब तक किसी भी अंचलाधिकारी द्वारा इससे संबंधित प्रतिवेदन नहीं दिया गया है. कहीं भी बाजार व गांव के चौक – चौराहों पर राशि के अभाव में अलाव नहीं जलाये जा रहे है, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.