आरा : मां के सम्मान पर आंच आये. इसका सहन नहीं करेंगे. अपने जीवन का अर्पण करके भी रक्षा करेंगे. मन में मातृभूमि की भक्ति से ओतप्रोत जिले के सपूत विद्यानंद सिंह ने इस लक्ष्य के साथ कारगिल में देश के दुश्मनों से लड़ते हुए उनके दांत खट्टे कर दिये. कारगिल विजय दिवस पर जिला उनके सामने नतमस्तक है.
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बच्चा चोर के शक में ग्रामीणों ने चार युवकों को पीटा, जख्मी
आरा : मां के सम्मान पर आंच आये. इसका सहन नहीं करेंगे. अपने जीवन का अर्पण करके भी रक्षा करेंगे. मन में मातृभूमि की भक्ति से ओतप्रोत जिले के सपूत विद्यानंद सिंह ने इस लक्ष्य के साथ कारगिल में देश के दुश्मनों से लड़ते हुए उनके दांत खट्टे कर दिये. कारगिल विजय दिवस पर जिला […]
जान दे दी, पर सर नहीं झुकने दिया : कारगिल में पाकिस्तानी सैनिकों के हमले का मुंह तोड़ जवाब देते हुए शहीद विद्यानंद सिंह ने कई सैनिकों को मार गिराया. विद्या के जांबाजी को देखते हुए पाकिस्तानी सैनिकों के होश उड़ गये. पाकिस्तानी सैनिकों में खलबली मच गयी. इसी दौरान दुश्मनों की गोली ने जिले के सपूत विद्यानंद सिंह आकर लगी. फिर भी वे लड़ते रहे, पर अंत में गोली लगने के बाद भारत माता को सलामी देते हुए विद्या ने अलविदा कह दिया. धन्य हैं ऐसे सपूत, जिनके कारण भारत माता पर किसी तरह की आंच नहीं आ पाती है.
मां-बाप के इकलौते पुत्र थे विद्या : संदेश प्रखंड की संदेश पंचायत के पनपुरा गांव में जन्में विद्या स्व सकलदीप सिंह व स्व लक्ष्मीना देवी के इकलौते पुत्र थे. इनकी पत्नी पार्वती कुंवर हजारीबाग में रहती हैं. चार पुत्रियां और दो पुत्रों के पिता विद्यानंद बचपन से ही निडर और निर्भीक थे. देश के लिए उनके मन में जज्बा था. 12 जनवरी 66 जन्में विद्यानंद सिंह ने कारगिल युद्ध में लड़ते हुए सात जून 99 को अपने प्राणों की आहुति दी थी. उनके शहीद होने पर पूरा जिला गम में डूब गया था. दूसरी तरफ जिलावासियों का सिर गर्व से ऊंचा हो गया था. उनके पिता ने कहा था कि काश! मेरे और भी पुत्र होते तो भारत माता की रक्षा के लिए उन्हें भी अर्पित कर देते. अपने बहादुर शहीद सपूत पर उनके नाम पर जिला परिषद परिसर में भवन का निर्माण किया गया है. इसमें उप विकास आयुक्त का कार्यालय चलता है.
कलम आज उनकी जय बोल : ऐसे ही वीर सपूतों के सम्मान में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की लेखनी में लिखा था, कलम आज उनकी जय बोल, जला अस्थियां अपनी सारी बिखराई जिनने चिनगारी, लिए बिना गर्दन का मोल, कलम आज उनकी जय बोल.
स्वतंत्रता सेनानी ने कहा, जांबाज को सलाम : स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभानेवाले तथा पंजाब से संघर्ष करते हुए आरा पहुंचकर संघर्ष करनेवाले मोहन आर्य ने कहा कि ऐसे सपूतों को सलाम है. हम लोगों ने भारत माता को आजाद कराने के लिए जो संघर्ष किया था. ऐसे सपूतों के कारण वह संघर्ष काफी अर्थ पूर्ण हो गया है. ऐसे सपूतों पर जिलेवासियों को गर्व है.
बिहिया : थाना क्षेत्र के बगही गांव में गुरुवार को चार संदिग्ध युवकों को गांव में घूमते हुए देखकर बच्चा चोर होने के शक में ग्रामीणों ने पकड़ लिया और पूछताछ के बाद उनकी पिटाई शुरू कर दी. इससे पहले की कोई बड़ी घटना घटित होती गांव के ही कुछ लोगों ने भीड़ से चारों युवकों को सुरक्षित बचाते हुए उन्हें एक घर में बंद कर दिया.
हालांकि इस दौरान भारी भीड़ युवकों को बाहर निकालने के लिए चिल्लाती रही, लेकिन युवकों को बचानेवाले लोगों के सामने उनकी एक नहीं चली. लोगों की भीड़ व हंगामा बढ़ता देखकर बिहिया पुलिस को मामले की सूचना दी गयी, जिसके बाद पुलिस ने गांव में पहुंचकर युवकों को अपनी हिरासत में लेकर थाने पहुंची.
पकड़े गये चारों युवकों में दरभंगा जिले के बहेड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम बलिगावां निवासी सुरेंद्र लाल देव का पुत्र धर्मेंद्र कुमार, मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र के धनबारा गांव निवासी काशी लाल का पुत्र लल्लू कुमार, विनोद लाल का पुत्र मोनू कुमार व सतीश लाल का पुत्र कुंदन कुमार हैं. युवकों की तलाशी लिए जाने पर उनके पास से कुछ ताबीज, मोबाइल फोन तथा आधार कार्ड बरामद किया गया.
जानकारी के अनुसार बगही गांव में गुरुवार की दोपहर में चार युवक दो-दो का गुट बनाकर गांव में घूम रहे थे, जिन्हें देखकर ग्रामीणों में यह अफवाह फैल गयी कि बच्चा चुराकर उनका किडनी निकालनेवाले लोग गांव में घूम रहे हैं. अफवाह फैलते ही दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों ने अलग-अलग गुटों में गांव में घूम रहे युवकों को धर दबोचा.
पूछताछ में चारों संदिग्ध युवकों ने अपना नाम-पता गलत बताया. ग्रामीणों द्वारा युवकों की जब तलाशी ली गयी तो उनके पॉकेट से आधार कार्ड मिला, जिस पर उनके नाम-पता अलग थे. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में जुटे लोगों ने झूठ बोल रहे युवकों की लात-घूसों से पिटाई शुरू कर दी.
बताया जाता है कि ग्रामीणों के तेवर कुछ इस तरह थे कि चारों युवकों का बचना मुश्किल नजर आ रहा था. इसी दौरान गांव के ही मो. ताज खान व मो. मासूम खान मौके पर पहुंच गये और बलपूर्वक उग्र नजर आ रही भीड़ से युवकों को बचाकर सुरक्षित अपने घर में रखा. वहीं ग्रामीण अब भी युवकों को बाहर निकालने पर तुले हुए थे, लेकिन युवकों को बचानेवालों के सामने भीड़ की एक नहीं चली.
पूछताछ में युवकों ने बताया कि वे गरीब हैं तथा लोगों को मूर्ख बनाकर ताबीज बेचकर अपना पेट पालते हैं. बाद में मामले की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने युवकों को अपनी हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया कि पकड़े गये सभी युवकों को जेल भेजा जा रहा है. स्थानीय लोगों के अनुसार प्रखंड की कुछ पंचायतों में आजकल बच्चा चुराकर उनकी किडनी निकालकर बेचनेवालों के सक्रिय होने की अफवाह जोरों पर फैली हुई है.
अफवाह के कारण अक्सर ही किसी-न-किसी गांव में रात को हल्ला-गुल्ला सुनने को मिल रहा है. अफवाह को फैलाने में ग्रामीण महिलाएं काफी आगे चल रही हैं. कई गांवों में स्थिति यह हो गयी है कि भिखारी या घूम-घुमकर सामान बेचने के लिए फेरी करनेवाले लोग गांव में जाने की हिम्मत नहीं उठा पा रहे हैं. बच्चों को स्कूल भेजने में भी लोग काफी सावधानियां बरत रहे हैं. बगही गांव में गुरुवार को घटित उक्त घटना इसी अफवाह का नतीजा बताया जाता है.
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