आरा : गोला व्यवसायी हत्याकांड के मामले में अपराधियों की टोह में दिल्ली और मुंबई में छापेमारी की गयी. हालांकि पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. पुलिस को चकमा देकर अपराधी अपना ठिकाना बदल रहे हैं, जिसके कारण उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है. भोजपुर पुलिस टावर लोकेशन के आधार पर दो अलग- अलग टीम को अपराधियों को गिरफ्तार करने में लगायी थी. टीम दिल्ली के सागरपुर, नागलोई तथा मुंबई के कल्याण इलाके में छापेमारी की लेकिन अपराधी पकड़ में नहीं आया. सूत्रों की माने तो दिल्ली में एक बड़ी मछली के छिपे होने की खबर मिली थी लेकिन पुलिस के पहुंचते ही वह वहां से फरार हो गया.
पुलिस को हाथ मलना पड़ गया. हालांकि पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. इसको लेकर पुलिस ने खुफिया तंत्र को एक्टिवेट कर दिया. बता दें कि दो जुलाई को गोला व्यवसायी कृष्ण कुमार सिंह को गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. घटना के बाद शहर में अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर आक्रोश मार्च भी निकाला गया था. इस मामले में हम नेता दानिश रिजवान, डिप्टी मेयर के पुत्र मुन्नू सिंह, इंद्रभान सिंह, चांद मियां सहित 10 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था,
जिसमें पुलिस ने घटना के चार दिन बाद सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. इसके बाद बढ़ती पुलिस दबिश के कारण चांद मियां ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. हम नेता के दो भाइयों को जमाल अशरफ तथा शाहिद अली को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. अन्य पांच आरोपितों के विरुद्ध कुर्की- जब्ती की कार्रवाई को लेकर पुलिस ने कोर्ट में अर्जी दी थी. पांच लोगों के विरुद्ध कोर्ट से कुर्की- जब्ती करने के लिए आदेश भी प्राप्त हो गया है. नामजद फरार आरोपितों के विरुद्ध पुलिस ने लगातार छापेमारी कर रही है लेकिन घटना के 21 दिन के बाद भी पुलिस नामजद आरोपितों को गिरफ्तार करने में नाकाम साबित हो रही है.