टीएमबीयू में परीक्षा बोर्ड की बैठक शुक्रवार को कुलपति प्रो जवाहरलाल की अध्यक्षता में हुई. इसमें दो मामलों को रखा गया, जिसे रिजेक्ट कर दिया गया. परीक्षा नियंत्रक डॉ आनंद झा ने बताया कि बैठक में दो मामलों में एक मामला कोर्ट केस का था, जो वेरिफिकेशन के लिये आया था. इसमें एसबीएन कॉलेज गढ़ीरामपुर मुंगेर के स्नातक के एक पुराने छात्र ने रिजल्ट प्रकाशन की मांग की थी, जिसे रिजेक्ट कर दिया गया. परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि इसमें छात्र का रजिस्ट्रेशन ही नहीं था. यह जाली था, इसलिये इसे रिजेक्ट कर दिया गया. वहीं, एक अन्य मामले में छात्र ने स्नातक में फाइनल ईयर में तीन पेपर की परीक्षा दी थी, जिसे पास करने के लिये कम से कम 180 अंक लाना था, लेकिन उसे कम अंक मिले थे. छात्र ने ग्रेस अंक देने के लिये आवेदन दिया था, लेकिन उसे भी रिजेक्ट कर दिया गया. बैठक में विवि के परीक्षा बोर्ड के पदाधिकारी उपस्थित थे.
अनुकंपा समिति का किया गया पुनर्गठन
टीएमबीयू अनुकंपा समिति का पुनर्गठन किया गया है. इसमें कुलपति अध्यक्ष होंगे. डीएसडब्लयू, मेंबर ऑफ सिंडिकेट शैलेश्वर प्रसाद, मारवाड़ी कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग के विभागध्यक्ष, डिप्टी कंट्रोलर स्थापना और रजिस्ट्रार को सदस्य बनाया गया है.वेतन व पेंशन का भुगतान जल्द की जायेगी : वीसी
उच्च न्यायालय द्वारा विश्वविद्यालयों के खाता पर लगाये गये रोक को हटाने के आदेश को लेकर टीएमबीयू के कुलपति प्रो जवाहर लाल ने कहा की राज्य सरकार द्वारा राशि जारी होते ही शिक्षकों और कर्मियों के वेतन व पेंशन का भुगतान जल्द से जल्द कर दी जायेगी. वीसी ने कहा कि टीएमबीयू की ओर से कॉलेज इंस्पेक्टर प्रो संजय कुमार झा ने हाइकोर्ट में रिट दायर किया था, जबकि इस कार्य को करने का आदेश रजिस्ट्रार डॉ विकास चंद्रा को दिया गया था. रजिस्ट्रार ने आदेश की अवहेलना की, जो दुर्भाग्यपूर्ण और खेदजनक है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है