भागलपुर: गांधी यादव की हत्या योजनाबद्ध तरीके से की गयी. घात लगाये अपराधियों ने इस वारदात को अंजाम दिया. अपराधियों ने गांधी की रेकी की और यह पता कर लिया था कि वह हर दिन कितने बजे घर से लॉज आता है.
होली का समय होने के कारण लॉज खाली था. परिजनों ने बताया कि शाम में गांधी शौच के लिए लॉज जाता है. बुधवार को भी लॉज गया. लॉज का मुख्य दरवाजा बंद कर शौच जाने के क्रम में आवाज देकर राजा ने गांधी को बुलाया और गेट खुलवाया. फिर तीन गोलियों उसके शरीर में उतार दी. फायरिंग के बाद गांधी की मौके पर ही मौत हो गयी.
एक बार खदेड़ा तो दोबारा पुन: पहुंची पुलिस
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने एक बार विवि पुलिस को खदेड़ दिया. थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिसकर्मियों को बिना घटनास्थल के निरीक्षण के लिए बैरंग लौटना पड़ा. थानाध्यक्ष ने तुरंत वरीय पुलिस अधिकारियों को घटना की जानकारी दी. एसएसपी ने तुरंत एसडीओ सुनील कुमार, सिटी डीएसपी वीणा कुमारी, इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती, कन्हैया लाल समेत, महफूज आलम समेत आधा दर्जन अफसर व अतिरिक्त पुलिस बल को विवि थाना भेजा. एसडीओ और डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. इसके बाद मौके पर से बुलेट जब्त किया गया. पुलिस ने आरोपी के घर पर भी छापेमारी की, लेकिन वहां कोई नहीं मिला.