भागलपुर : जेएलएनएमसीएच (मायागंज हॉस्पिटल) में बेहोशी के आलम में एक घंटे तक बेड पर पड़ा था कटिहार में तैनात आइटीबीपी (इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस) का जवान, लेकिन डाॅक्टर के ड्यूटी से गायब रहने के कारण उसे रेफर नहीं किया जा पा रहा था. परेशान आइटीबीपी के अधिकारी व जवान थे तो हैरान एचएम ने इसकी सूचना अधीक्षक को दी.
अधीक्षक की पहल पर ड्यूटी शुरू होने के एक घंटे बाद ड्यूटी पर पहुंचे चिकित्सक ने मरीज को पटना या फिर उच्च संस्थान के लिए रेफर किया. उत्तराखंड के पौढ़ी जिला निवासी अनिल बिष्ट (30) वर्तमान में कटिहार आइटीबीपी में तैनात है. अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, अनिल बिष्ट को बेहोशी की हालत में हॉस्पिटल के इमरजेंसी विभाग में एस-17 पर (डॉ पी युगुल की यूनिट)भरती कराया गया. उसका सिटी स्कैन कराया गया, तो रिपोर्ट में ‘लार्ज हिमोटोमा’ (बड़े एरिया में खून का थक्का जमना) पाया गया.
इसके बाद अनिल को हायर संस्थान में रेफर करने का निर्णय हुआ. रेफर करने के लिए आइटीबीपी जवान के साथी व अधिकारी चिकित्सक का इंतजार करने लगे. रविवार को दो बजे से पीओडी के रूप में डॉ शत्रुघ्न महतो की ड्यूटी थी लेकिन उनका तीन बजे तक कोई पता नहीं था. डॉ को लाने के लिए अस्पताल से गाड़ी भी गयी, लेकिन वह आवास पर नहीं मिले. हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने डॉ महतो को फोन किया. इसके बाद दोपहर बाद 3:06 बजे डॉ हॉस्पिटल पहुंचे और अनिल को पीएमसीएच या हायर इंस्टीट्यूट के लिए रेफर किया.