नवगछिया: नवगछिया के मदन अहल्या महिला महाविद्यालय परिसर में आयोजित लोकसभा चुनाव की इस क्षेत्र की पहली चुनावी सभा में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि पूरे देश में जंग छिड़ गया है. देश संकट की घड़ी में है और टूट के कगार पर है. ऐसे में जनता को अपनी ताकत का इस्तेमाल कर सांप्रदायिक शक्तियों को दूर भगा कर देश को बचा लेना है. नवगछिया में अपने 21 मिनट के संबोधन लालू अपने चिरपरिचित अंदाज में थे. लालू ने कहा कि भाजपा जदयू जैसी पार्टियों का डिब्बा खाली है.
इसलिए हमारी पार्टी से लोगों को उठा उठा कर उम्मीदवार बना रहे हैं. भाजपा जदयू का गंठबंधन लव मैरेज था और अब तलाक हो चुका है. उन्होंने अपने गंठबंधन की चर्चा करते हुए कहा कि लालू का लालटेन रास्ता दिखायेगा, सोनिया जी का पंजा इशारा करेगा और एनसीपी के घड़ी से सही समय पता कर सांप्रदायिक शक्तियों को दूर भगाने का काम जनता करेगी.
उन्होंने कहा कि मैंने अपनी राजनीति में समाजिक न्याय की तरफदारी की है. भाजपा आरएसएस राम का नाम लेकर जनता के अधिकारियों को समाप्त करने के लिए मंडल कमीशन के भी खिलाफ थे. उन्होंने 1990 के दशक में भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के रथ को रोके जाने का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने उस समय बिहार में भाईचारा और सदभावना कायम करने का कार्य किया था.
जब जनता ने मुङो मुख्यमंत्री बनाया था, तो उसी समय उन्होंने संकल्प लिया था कि लालू की कुरसी रहे या न रहे सांप्रदायिक ताकतों और देश में अशांति फैलाने वाले लोगों को कुचल दिया जायेगा. लालू ने उन लोगों को मानसिक गुलामी से आजाद कराया है, लेकिन राम का नाम कर लेकर भाजपा और संघ वाले देश को तोड़ना चाह रहे हैं. उन्होंने नमों को सांप्रदायिक कहते हुए गोधरा दंगा पर घेरने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि अगर देश बचेगा तो लोग नमक-रोटी खाकर भी रह लेंगे. विकास तभी होगा जब शांति रहेगी. लालू ने कहा कि यही लोग साजिश कर उन्हें जेल में डाल देते हैं. उन्होंने कहा कि देश रहेगा, तो कोई एमपी बनेगा. उन्होंने मतदाताओं को नसीहत देते हुए कहा कि बड़ी संकट की घड़ी है, मैं आगाह कर रहा हूं. बाद में यह मत कहना कि लालू ने आगाह नहीं किया.
काम के लिए नगद नारायण
लालू ने नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि तीतीश मेरा ही लगाया हुआ पौधा है. लेकिन उन्हें यह पता नहीं था कि नीतीश बबूल का पौधा निकल जायेगा. अगर पहले पता चल जाता तो वे उसी समय गरम पानी डाल कर इस बबूल के पेड़ को सुखा देते. उन्होंने वर्तमान राज्य सरकार को कथित रूप से अफसरशाही और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी घेरने का प्रयास किया. लालू ने कहा कि जब राजद की सरकार थी तो अन्याय के विरोध में एक छोटा आदमी भी एसपी से लड़ता था. लालू राज समाप्त हो गया तो लोग इंस्पेक्टर की गाड़ी को देख कर भयभीत हो जाते हैं और अगर कोई आम आदमी थाना जाता है, तो उसे कहा जाता है लालू का राज है, जो यहां चले आये. उन्होंने प्रखंड मुख्यालयों और पंचायत में कथित रूप से व्याप्त भ्रष्टाचार के मामले में पंचायतों के मुखिया को क्लीन चिट देते हुए अफसरों को कठघड़े में खड़ा कर दिया. उन्होंने कहा कि बीडीओ के स्तर से ही मुखिया लोगों को डारा-धमका कर भ्रष्टाचार करवाते हैं. उन्होंने कहा कि पदाधिकारी को सभी प्रकार के कार्य के लिए नगद नारायण चाहिए.
राम विलास ने विचारों का होलिका दहन किया
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कोई फैक्टर नहीं हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश लालची हैं. लालू ने लोजपा के सुप्रीमो रामविलास पासवान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे गड़बड़ा गये हैं. सभी जानते हैं होलिका दहन 16 मार्च को हैं. लेकिन उन्होंने अपने विचारों का होलिका दहन 27 फरवरी को ही कर दिया. उन्होंने कहा कि पासवान जाति के लोगों को भाजपा और जदयू की सरकार ने उपेक्षित किया है. पासवान को महादलित जाति में मान्यता नहीं दी गयी है और जिन जातियों को महादलित घोषित किया उनके लिए भी कुछ नहीं किया है. राजद में बूलो को टिकट मिलने के बाद हुए घमसान पर भी उनकी नजर थी. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भागलपुर से बहुत लोग उम्मीदवार बनना चाहते थे, लेकिन बूलो मंडल को ठोंक बजा कर उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने कहा कि सवाल बूलो का नहीं है. देश बचाने के लिए उन्होंने एक एक मोरचे पर ठोक बजा कर प्रत्याशी का चुनाव किया है.