भागलपुर: मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के निर्देश पर जिला प्रशासन की तीन सदस्यीय कमेटी ने शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्यों के साथ बैठक की. इस बैठक में मूल्यांकन कार्य में भाग लेने के प्रशासनिक निर्देश को संघ सदस्यों ने खारिज कर दिया. शिक्षक संघ ने भरोसा दिलाया कि मूल्यांकन कार्य में बाधा […]
भागलपुर: मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के निर्देश पर जिला प्रशासन की तीन सदस्यीय कमेटी ने शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्यों के साथ बैठक की. इस बैठक में मूल्यांकन कार्य में भाग लेने के प्रशासनिक निर्देश को संघ सदस्यों ने खारिज कर दिया. शिक्षक संघ ने भरोसा दिलाया कि मूल्यांकन कार्य में बाधा नहीं डालेंगे और केंद्र के 200 मीटर दायरे से बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे. जिलाधिकारी आदेश तितरमारे के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय कमेटी में जिला आपूर्ति पदाधिकारी देवेंद्र कुमार दर्द, वरीय उप समाहर्ता दीपू कुमार व जिला शिक्षा पदाधिकारी फुलबाबू चौधरी व प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ जिला इकाई अध्यक्ष रंजन कुमार झा, सत्यजीत कुमार, रविशंकर शामिल थे. जिलाधिकारी ने डीइओ को मूल्यांकन का काम किसी तरह चालू कराने व गैरहाजिर शिक्षक पर कार्रवाई करने के लिए कहा है.
बैठक में प्रशासन की ओर से कहा गया कि कई दिनों से मैट्रिक व इंटर मूल्यांकन का काम बाधित है. इससे परीक्षा परिणाम में देरी होगी और छात्रों का भविष्य अधर में लटक जायेगा. मूल्यांकन का काम शुरू कर दें. अन्यथा भाग नहीं लेनेवाले शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होगी. इस पर शिक्षक संघ का कहना था कि वर्ष 2010 में सरकार ने वेतनमान 9300-34800 ग्रेड के प्रस्ताव पर सहमति दी थी. मगर अभी तक मामला लटका है. इस बार सरकार जब तक मांग को लागू नहीं करेगी, तब तक वह हड़ताल पर रहेंगे.
किसने क्या कहा : डाॅ प्रदीप सिंह ने कहा कि वित्त रहित शिक्षक एकजुट हैं. वेतनमान के बिना मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार के लिए सभी कृतसंकल्प हैं.
रंजन झा ने कहा कि वर्षों से वेतन बंद है. भूखे पेट भला शिक्षक कैसे मूल्यांकन करेंगे. सरकार यह क्यों नहीं सोचती है. अधिकारियों से पूछा- उन्हें वेतन नहीं मिलता तो वह क्या करते.
रविशंकर ने कहा कि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर असहयोग जारी रहेगा. आज की वार्ता विफल हो गयी. समान कार्य के बदले समान वेतन की मांग पूरी होने तक मूल्यांकन नहीं होगा.
गैरहाजिर शिक्षकों की बनेगी सूची : डीइओ ने कहा कि मूल्यांकन कार्य शुरू करने के लिए शिक्षक संगठनों के साथ आज बैठक की गयी है. जिलाधिकारी के निर्देश पर शनिवार से सभी मूल्यांकन केंद्रों पर मजिस्ट्रेट व पुलिस की तैनाती की जायेगी. एसडीओ भी जायेंगे. धरना दे रहे तो शिक्षक धरना पर बैठें. बाकी शिक्षक मूल्यांकन करेंगे. वह खुद सभी केंद्रों पर जाकर मूल्यांकन कार्य से गैरहाजिर रहनेवाले शिक्षकों की सूची तैयार करेंगे. गैरहाजिर रहनेवालों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
24 दिनों से इंटर, सात दिनों से मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन ठप : वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोरचा के तत्वावधान में जिला इकाई संघ द्वारा जिलाध्यक्ष डाॅ प्रदीप सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों ने 24 वें दिन भी इंटर की कॉपियों के मूल्यांकन का बहिष्कार किया.