सेतु पर पांच फरवरी से मरम्मत शुरू होगा. फिलहाल पहले चरण के काम में ट्रैफिक को वन-वे करेंगे. आगे के काम के लिए ट्रैफिक संबंधी जानकारी सार्वजनिक की जायेगी. इसमें प्रत्येक दिन, सप्ताह की जानकारी होगी, जिससे आम शहरवासी को दिक्कत नहीं हो.
दावा जुलाई तक पुल बनाने का
भागलपुर : अर्धनिर्मित चंपा पुल को बनाने के लिए कार्य एजेंसी ने दो कर्मचारी और एक दो जेसीबी को लगाया है. स्थिति यह है कि 20 दिन में एजेंसी पहले का बना ढ़ाई फीट पाया भी नहीं तोड़ पायी है. ऐसे में जुलाई तक चंपा पुल बनाने के एजेंसी के दावे पर सवालिया निशान लग गया है. पूरब से दूसरा पाया पिछले 20 दिन से तोड़ा जा रहा है. पाया तोड़ने के लिए जेसीबी लगाया गया है. पर
दो कर्मचारी बना…
इसके बाद भी देरी हो रही है. बता दें कि पटना की दयाल हाइटेक को चंपा पुल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. चंपानाला पुल के निर्माण पर लगभग 13.67 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
मंत्रालय से डिजाइन को मिली मंजूरी : अर्धनिर्मित चंपानाला पुल का निर्माण इपीसी मोड पर होगा. इसमें कार्य एजेंसी खुद इंजीनियरिंग के अलावा डिजाइनिंग व कंस्ट्रक्शन करेगी. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय से डिजाइनिंग को मंजूरी मिल गयी है. पुल निर्माण के कार्य की देखरेख के लिए मंत्रालय से ऑथोरिटी इंजीनियर भी बहाल हो चुका है.
केवल झुके पाये के बदले बनेंगे दो पाये : एनएच अधिकारी के अनुसार अर्धनिर्मित चंपानाला पुल का निर्माण कार्य एजेंसी के डिजाइन के अनुसार होगा. पूरब से दूसरे पाये को ग्राउंड लेवल तक ही तोड़ा जायेगा. झुका हुआ पाया फॉल्स रहेगा. इसके स्थान पर दो पाया बनेगा. बाकी के पायों को तोड़ा नहीं जायेगा. जिस पाया को तोड़ा जा रहा है, उसे केवल ग्राउंड लेवल तक लाकर छोड़ दिया जायेगा. इसके बाद पुल निर्माण का काम होगा. यह जुलाई तक बन जायेगा.
पाया टूटने के बाद कार्य की प्रगति तेज हो जायेगी. हर हाल में जुलाई तक पुल का निर्माण करा दिया जायेगा. डिजाइन को भी मंत्रालय से मंजूरी मिल गयी है. ऑथोरिटी इंजीनियर भी बहाल हो गये हैं. पुल निर्माण में अब कोई अड़चन नहीं है.
इंद्रजीत कुमार, डायरेक्टर, दयाल हाइटेक कंपनी, पटना